By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Jan 06, 2020
नयी दिल्ली। विदेश मंत्री एस जयशंकर से सोमवार को जब जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में स्थिति के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, “मैं निश्चित रूप से आपको बता सकता हूं कि जब मैं जेएनयू में पढ़ता था, हमनें वहां कोई ‘टुकड़े-टुकड़े’ गैंग नहीं देखा।” जेएनयू परिसर में रविवार को हुई हिंसा के बाद संस्थान के पूर्व छात्र जयशंकर ने फौरन इस घटना की निंदा करते हुए कहा था कि यह पूरी तरह से विश्वविद्यालय की परंपरा और संस्कृति के खिलाफ है।
दक्षिणपंथी दलों द्वारा विपक्ष, खास तौर पर वाम और वाम समर्थित संगठनों के साथ ही उनका समर्थन करने वालों के लिये “टुकड़े-टुकड़े” शब्द का इस्तेमाल किया जाता है। जयशंकर ने एक किताब के विमोचन के कार्यक्रम में यह भी कहा कि चीन के विपरीत भारत ने अनुच्छेद 370, अयोध्या और जीएसटी जैसे मुद्दे को काफी लंबे समय तक खिंचने दिया।