LAC पर अभी भी सामान्य नहीं है स्थिति, Pok में अमेरिकी राजदूत की यात्रा पर आपत्ति, जानें MEA की PC की बड़ी बातें

By अंकित सिंह | Oct 07, 2022

भारतीय विदेश मंत्रालय ने आधिकारिक प्रेस वार्ता में हाल के कुछ घटनाक्रमों पर विस्तार पूर्वक जानकारी दी है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने भारत और चीन तनाव के बीच एलएससी पर स्थिति के बारे में पूछे गए सवाल पर जवाब दिया। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि एलएससी पर डिसइंगेजमेंट के जो कदम जरूरी हैं, अभी उस स्थिति तक नहीं पहुंचे हैं। ऐसा कहना सही नहीं होगा कि स्थिति सामान्य है। कुछ सकारात्मक कदम हुए हैं, लेकिन कुछ कदम अभी शेष हैं। 

 

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इसके साथ ही भारत ने अमेरिकी दूत डोनाल्ड ब्लोम के पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के दौरे पर आपत्ति जताई है। विदेश मंत्रालय ने कहा कि हमें पीओके में पाकिस्तान में अमेरिकी राजदूत की हालिया यात्रा और बैठकों के संबंध में आपत्ति है और हमने उन्हें यही बताया है। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर का इस्लामाबाद में नियुक्त अमेरिकी राजदूत द्वारा दौरा किये जाने को लेकर हमने अमेरिका को अपनी आपत्तियों से अवगत कराया है। अमेरिका द्वारा पाकिस्तान को F-16 जेट दिए जाने पर अरिंदम बागची ने कहा कि अमेरिका ने कुछ स्पष्टीकरण दिया लेकिन इस मुद्दे पर हमारे विचार संयुक्त राज्य अमेरिका को बहुत अच्छी तरह से ज्ञात हैं। 


विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची शिनजियांग प्रांत के लोगों के मानवाधिकारों को लेकर यूएन में आए प्रस्ताव पर भारत को मतदान में भाग नहीं लेने पर भी उन्होंने जवाब दिया। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि चीन के शिनजियांग प्रांत के लोगों के मानवाधिकारों का सम्मान किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि भारत सभी मानवाधिकारों के लिए प्रतिबद्ध है। UNHRC में भारत का वोट लंबे समय से चली आ रही स्थिति-देश-विशिष्ट प्रस्तावों के अनुरूप कभी मददगार नहीं होता। भारत ऐसे मुद्दों से निपटने के लिए बातचीत का पक्षधर है। चीन के शिनजियांग प्रांत में मानवाधिकारों की चिंताओं का OHCHR आकलन नोट किया गया। 

 

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विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने साप्ताहिक प्रेस वार्ता में संवाददाताओं से कहा कि यह समस्या जारी है जो पाकिस्तान में भारतीय कैदियों की मौत के बढ़ते मामलों से जुड़ी है। उन्होंने कहा कि पिछले नौ महीने में छह भारतीय कैदियों की पाकिस्तान में मौत हुई है जिसमें से पांच मछुआरे हैं। बागची ने कहा कि स्थिति चिंताजनक है क्योंकि इन सभी ने अपनी सजा पूरी कर ली थी और इन्हें अवैध तरीके से रखा गया था। उन्होंने कहा कि हमने इस विषय को पड़ोसी देश के समक्ष उठाया है। इस विषय को पाकिस्तान में हमारे उच्चायोग ने भी उठाया है। 

 

पूर्वी लद्दाख में स्थिति पूरी तरह सामान्य नहीं हुई है: विदेश मंत्रालय

भारत ने शुक्रवार को कहा कि पूर्वी लद्दाख में स्थिति पूरी तरह सामान्य होने के स्तर तक नहीं आई है और इसके लिए अभी कुछ कदम उठाए जाने बाकी हैं। विदेश मंत्रालय (एमईए) के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने चीनी दूत सुन वेइदॉन्ग के दावे के कुछ दिन बाद यह टिप्पणी की है। वेइदॉन्ग ने कहा था कि पूर्वी लद्दाख में स्थिति “समग्र रूप से स्थिर” है क्योंकि दोनों पक्षों ने जून 2020 में गलवान घाटी में हुईं झड़पों के ‘आपात कदम’ उठाए, जिससे हालात सामान्य हो गए। बागची से जब चीनी राजदूत की टिप्पणियों के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, “स्थितिके पूरी तरह सामान्य होने के लिए कुछ कदम उठाए जाने की जरूरत है।” 


शिंजियांग पर भारत की राय

भारत ने शुक्रवार को कहा कि चीन के शिंजियांग क्षेत्र में मानवाधिकारों का ‘सम्मान और गारंटी’ सुनिश्चित की जानी चाहिए। उसने साथ ही बताया कि इस क्षेत्र को लेकर संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (यूएनएचआरसी) में एक प्रस्ताव पर मतदान में भाग नहीं लेना ‘देश विशिष्ट प्रस्ताव पर मतदान में’ हिस्सा नहीं लेने के उसके दीर्घकालिक चलन पर आधारित है। यह पहला मौका है जब भारत ने अशांत शिंजियांग उइगर क्षेत्र के लोगों के मानवाधिकारों का सम्मान करने के बारे में स्पष्ट तौर पर कहा है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने साप्ताहिक प्रेस वार्ता में संवाददाताओं से कहा, ‘‘ शिंजियांग उइगर स्वायत्त क्षेत्र के लोगों के मानवाधिकारों का सम्मान किया जाना चाहिए और इसे सुनिश्चित किया जाना चाहिए। हम उम्मीद करते हैं कि संबंधित पक्ष स्थिति का ठीक ढंग से और निष्पक्षता से ध्यान रखेगा।’’


पाकिस्तान में पिछले नौ महीने में छह भारतीय कैदियों की मौत

विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि पिछले नौ महीने में पाकिस्तान में छह भारतीय कैदियों की मौत हुई है और इस विषय को इस्लामाबाद के समक्ष उठाया गया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने साप्ताहिक प्रेस वार्ता में संवाददाताओं से कहा कि यह समस्या जारी है जो पाकिस्तान में भारतीय कैदियों की मौत के बढ़ते मामलों से जुड़ी है। उन्होंने कहा कि पिछले नौ महीने में छह भारतीय कैदियों की पाकिस्तान में मौत हुई है जिसमें से पांच मछुआरे हैं। बागची ने कहा कि स्थिति चिंताजनक है क्योंकि इन सभी ने अपनी सजा पूरी कर ली थी और इन्हें अवैध तरीके से रखा गया था।  

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