By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Nov 09, 2021
नयी दिल्ली| कांग्रेस ने नोटबंदी के पांच साल पूरे होने के मौके पर सोमवार को केंद्र सरकार पर निशाना साधा और दावा किया कि इस कदम से देश की अर्थव्यवस्था इस कदर ध्वस्त हुई कि आजतक उठ नहीं सकी।
पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने यह भी कहा कि ‘मित्र-हित’ में जानबूझकर उठाये इस कदम की कोई माफी नहीं हो सकती। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘गलती होती तो जनता माफ़ कर देती लेकिन जान बूझकर मित्र-हित में चली गयी इस चाल की कोई माफ़ी नहीं, कितने ही साल बीत जाएं काफ़ी नहीं।’’
पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने यह सवाल किया कि अगर यह कदम सफल था तो फिर भ्रष्टाचार खत्म क्यों नहीं हुआ और आतंकवाद पर चोट क्यों नहीं हुई ? उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘अगर नोटबंदी सफल थी तो भ्रष्टाचार खत्म क्यों नहीं हुआ ? कालाधन वापस क्यों नहीं आया ? अर्थव्यवस्था कैशलेस क्यों नहीं हुई ? आतंकवाद पर चोट क्यों नहीं हुई ? महंगाई पर अंकुश क्यों नहीं लगा ?’’
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने ट्वीट किया, ‘‘पहले हमें बताया गया कि नोटबंदी का मकसद कैशलेस अर्थव्यवस्था है। जल्द ही सर्वज्ञानी ने पटरी बदल दी और कहा कि कैशलेस नहीं, बल्कि कम कैश है। अब चलन में नकदी नोटबंदी के पहले के समय के मुकाबले ज्यादा हो चुकी है।’’
उन्होंने आरोप लगाया कि हर बीतते साल के साथ यह और भी स्पष्ट होता जा रहा है कि आठ नवंबर, 2016 (नोटबंदी की घोषणा) दुनिया के आर्थिक इतिहास की सबसे बड़ी नीतिगत गलती थी।
कांग्रेस प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘आज नोटबंदी की पांचवीं बरसी है। आर्थिक दृष्टि से भी आज एक महत्वपूर्ण दिन है, क्योंकि आज ही का वो काला दिन था वर्ष 2016 में, जब भारत की इकनॉमी को ध्वस्त किया गया था, जिससे वो आज तक नहीं उठ पाई है।’’
उधर, भारतीय युवा कांग्रेस ने नोटबंदी के पांच साल पूरे होने के मौके पर सोमवार को भारतीय रिजर्व बैंक के कार्यालय के निकट प्रदर्शन किया। इस मौके पर, युवा कांग्रेस के अध्यक्ष श्रीनिवास बी.वी. ने आरोप लगाया, ‘‘5 साल पहले प्रधानमंत्री द्वारा थोपी गई नोटबंदी ने देश की अर्थव्यवस्था को तबाह करने का काम किया है।
प्रधानमंत्री का नोटबंदी करने का फैसला मास्टरस्ट्रोक की बजाय महा तबाही साबित हुआ। नोटबंदी से आतंकवाद के खात्मे का दावा जुमला निकला। देशवासियों को नोटबंदी ने मंदी में धकेल दिया।