By अभिनय आकाश | May 16, 2022
एक तरफ जहां भारत की सबसे पुरानी राजनीतिक पार्टी यानी कांग्रेस उदयपुर में चिंतन और मनन में लगी थी। वहीं दूसरी तरफ पंजाब से उसके लिए एक बुरी खबर सामने आई है। पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने पार्टी छोड़ने का ऐलान कर दिया है। इसके साथ ही उन्होंने सक्रिय राजनीति से भी तौबा कर लिया। लेकिन अब कहा जा रहा है कि पंजाब की सक्रिय राजनीति में वापस से उनके एक्टिव होने के आसार हैं और सामने दो विकल्प भी उपलब्ध हैं। जाखड़ ने अपने इस्तीफे के ऐलान के साथ ही कहा था कि सोनिया जी पंजाब को बख्श दो। लेकिन उनका पंजाब प्रेम उन्हें फिर से नई पारी की ओर ले जा सकता है।
ऐसा दावा किया जा रहा है कि जाखड़ भविष्य के राजनीतिक सफर की घोषणा करने से पहले विकल्पों पर विचार कर रहे हैं। ऐसे में वो आने वाले वक्त में पंजाब की राजनीति पर नजरें टिकाई रहना चाहते हैं। द ट्रिब्यून की खबर के अनुसार सुनील जाखड़ पंजाब के वर्तमान के राजनीतिक परिदृश्य को देखते हुए भाजपा और आम आदमी पार्टी के रूप में दो बड़े विकल्पों में से किसी ओर रूख कर सकते हैं। वर्तमान में पंजाब में भाजपा को एक मजबूत हिंदू चेहरे की अदद तलाश है। ऐसे में भाजपा जाखड़ के रूप में एक साफ हिंदू छवि वाले चेहरे के सहारे राज्य में अपनी स्थिति मजबूत करने की कवायद कर सकती है।
गौरतलब है कि बीते दिनों सुनील जाखड़ ने अपने फेसबुक पेज पर दिल की बात की। इसमें उन्होंने कांग्रेस से इस्तीफे का ऐलान किया। जाखड़ पर कांग्रेस ने हाल ही में अनुशासनिक कार्रवाई करते हुए उन्हें सभी पदों से हटा दिया था। जाखड़ को दो साल पहले भी हटाने की सिफारिश की गई थी। पने फेसबुक लाइव में उन्होंने कहा कि पार्टी चिंतन शिविर सिर्फ औपचारिकता थी। हर जगह पंजाब की स्थिती बदतर है। कांग्रेस के कुछ नेताओं को बेनकाब करना जरूरी है। सुनील जाखड़ ने कांग्रेस नेता अंबिका सोनी पर सीधा हमला बोला। उन्होंने कांग्रेस का बेड़ा गर्ग किया। उन्होंने आगे कहा कि आज कांग्रेस पार्टी खटिया पर नजर आ रही है।