By नीरज कुमार दुबे | May 28, 2024
उत्तर प्रदेश का गोरखपुर संसदीय क्षेत्र वीआईपी सीट मानी जाती है क्योंकि लंबे अर्से तक इसका संसद में योगी आदित्यनाथ ने प्रतिनिधित्व किया। उससे पहले उनके गुरु ने इस सीट का प्रतिनिधित्व किया था। देखा जाये तो गोरखपुर संसदीय सीट पर एक तरह से गोरक्षपीठ का उत्तराधिकारी ही विराजमान होता रहा है। गोरक्षपीठ के प्रति गहरी आस्था के चलते कई लोग उम्मीदवार को नहीं देखते बल्कि यह मान कर चलते हैं कि वह मंदिर की ओर से तय किये गये प्रतिनिधि को वोट दे रहे हैं। देखा जाये तो जो भी सांसद यहां से चुना जाता है वह तो समाज सेवा के काम करता ही है उससे ज्यादा समाज सेवा के कार्य विगत कई दशकों से गोरक्षपीठ की ओर से चलाये जा रहे हैं इसलिए जनता का इस पीठ पर गहरा विश्वास है। यही कारण है कि यहां कोई सामाजिक या जातिगत समीकरण काम नहीं करता है, काम करता है तो बस यही तथ्य कि गोरक्षपीठ का समर्थन किसको है।
योगी आदित्यनाथ जब 2017 में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बने तो उन्होंने गोरखपुर संसदीय सीट से इस्तीफा दिया था। उस उपचुनाव में भाजपा को अति आत्मविश्वास भारी पड़ा था जिसके चलते सपा-बसपा गठबंधन का प्रत्याशी यहां से चुनाव जीतने में सफल रहा था। लेकिन 2019 का लोकसभा चुनाव भाजपा उम्मीदवार और फिल्म अभिनेता रवि किशन ने बड़े अंतर से जीता था। वह फिर से एक बार चुनाव मैदान में हैं। रवि किशन को भरोसा है कि सांसद के नाते उनके कार्यों और जनता के बीच बने रहने का प्रतिफल उन्हें चुनावों में मिलेगा। प्रभासाक्षी की चुनाव यात्रा के दौरान बातचीत में रवि किशन ने यह भी कहा कि मोदी-योगी सरकार के कार्यों का लाभ भी मुझे चुनाव में मिलने जा रहा है। रवि किशन ने यह भी कहा कि डबल इंजन सरकार के चलते जिस तरह गोरखपुर का विकास हुआ है उसके चलते यहां के लोग बेहद प्रसन्न हैं। हम आपको बता दें कि पिछले चुनाव में रवि किशन ने गोरखपुर में फिल्म सिटी बनाने का जो वादा किया था उस पर भी वह बहुत आगे बढ़ चुके हैं। इसके अलावा सांसद के रूप में रवि किशन ने संसदीय कार्यों में भी बेहद रुचि ली। उन्होंने कई निजी विधेयक भी पेश किये और वह लोकसभा में प्रश्न पूछने के मामले में उत्तर प्रदेश के सभी सांसदों से आगे हैं। रवि किशन ने बताया कि यहां भाजपा सरकार ने फर्टीलाइजर कारखाने को खुलवाया और सबसे जरूरी एम्स बनवा कर यहां के लोगों की जिंदगी बचाने का काम किया है। उन्होंने कहा कि यहां से माफिया और मच्छर का सफाया कर दिया गया है जिससे लोगों का जीवन पूरी तरह सुरक्षित हो गया है।
रवि किशन खुद घर-घर जाकर जनसंपर्क कर अपना प्रचार कर रहे हैं, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी उनके लिए जनसभाएं कर रहे हैं, भाजपा के विधायकों, पार्षदों और संगठन के लोगों को अलग-अलग क्षेत्र की जिम्मेदारियां मिली हुई हैं और वह वहां जाकर पार्टी के उम्मीदवार के प्रचार के साथ ही मोदी-योगी सरकार की उपलब्धियां भी लोगों को बता रहे हैं। भाजपा जिस संगठनात्मक मजबूती के साथ प्रचार कार्य चला रही है और बूथ प्रबंधन कर रही है उसकी काट किसी भी दल के लिए निकाल पाना मुश्किल है। गोरखपुर में कुछ ही घंटों में आपको समझ आ जायेगा कि यहां राजनीतिक बयार किस ओर बह रही है।
दूसरी ओर गोरखपुर में सपा नेत्री और इंडिया गठबंधन की उम्मीदवार काजल निषाद भी पूरे उत्साह के साथ चुनाव प्रचार कर रही हैं। भीषण गर्मी और पैर में चोट के बावजूद वह मैदान में डटी हुई हैं। उनके लिए अखिलेश यादव और प्रयंगा गांधी वाड्रा भी रैली करके गये हैं जिसे वह सोने पर सुहागा बता रही हैं। काजल निषाद छोटी-छोटी सभाएं करने पर जोर दे रही हैं जहां वह महिलाओं को बता रही हैं कि कैसे इंडिया गठबंधन की सरकार बनने पर उन्हें पांच किलो राशन की बजाय हर महीने दस किलो राशन मिलेगा। वह महिलाओं को बता रही हैं कि यदि उनकी सरकार बनती है तो सालाना एक लाख रुपए उनके बैंक खाते में आएंगे। वह महिलाओं से कह रही हैं कि जैसे आप रोटी को अगर एक ही साइड से सेकेंगी तो वह जल जायेगी, उसी तरह सरकार भी बदलना जरूरी है। लेकिन काजल निषाद जनता से जो भी वादे कर रही हैं वह सारे कांग्रेस के घोषणापत्र में किये गये वादे हैं। हम आपको बता दें कि काजल निषाद ने विधानसभा चुनाव भी लड़ा था लेकिन वह हार गयी थीं।
चुनाव यात्रा के दौरान जब हमने स्थानीय लोगों से बात की तो सभी ने कहा कि यहां एक समय हत्याएं और लूट खसोट तथा दबंगई की घटनाएं आम थीं। लोगों ने बताया कि जापानी बुखार से हजारों बच्चों की मौत हो जाया करती थी। लोगों ने बताया कि हर साल बाढ़ के दौरान हजारों घर डूब जाते थे और सरकारी मदद नहीं मिल पाती थी। लोगों ने कहा कि स्थानीय स्तर पर कोई उद्योग नहीं होने के कारण रोजगार के अवसर नहीं थे। लोगों ने कहा कि जबसे योगी आदित्यनाथ जी का शासन आया है तबसे कानून व्यवस्था की स्थिति तो सुधरी ही है साथ ही सरकार हर किसी नागरिक के जीवन की कठिनाई को दूर करने में लगी हुई है। लोगों ने कहा कि मुख्यमंत्री अक्सर अपने विधानसभा क्षेत्र में रहते हैं जिससे सभी अधिकारी सतर्क रहते हैं और जनता के काम पर पूरा ध्यान देते हैं। लोगों ने कहा कि योगी के राज में जिस तरह सड़कों का विकास हुआ है उससे आसपास के इलाकों और गांवों की किस्मत बदल गयी है, जमीनें महंगी हो गयी हैं क्योंकि बड़ी-बड़ी कंपनियां और शॉपिंग सेंटर यहां आ रहे हैं। लोगों ने कहा कि आप दिल्ली-एनसीआर में जिस तरह की सुविधा पाते हैं वह सब गोरखपुर में हैं। लोगों ने कहा कि रामगढ़ ताल को जिस आकर्षक तरीके से योगी सरकार ने सजाया और संवारा है उससे गोरखपुर की शान बढ़ गयी है।
महिलाओं से जब हमने बात की तो उन्होंने कहा कि बाबा के राज में हम पूरी तरह सुरक्षित महसूस करते हैं, घर में भी हमें ज्यादा अधिकार मिलने लगे हैं। हमको पता है कि अगर जरा-सी भी दिक्कत हो तो गोरखनाथ मंदिर में मुख्यमंत्री के जनता दरबार में जाकर हम अपनी बात सीधे योगीजी से कह सकते हैं। महिलाओं ने कहा कि पहले यहां जमीन को लेकर झगड़े आम बात थी लेकिन योगी राज में सब कुछ कानून के मुताबिक ही चल रहा है। कई युवकों ने भी हमें बताया कि वह अन्य शहरों में नौकरी करते थे लेकिन जब गोरखपुर का विकास हुआ और यहां रोजगार के अवसर बढ़े तो वह यहीं आकर अपने परिवार के बीच रहने लगे। कई दुकानदारों ने भी बताया कि पहले यहां वसूली का हम शिकार होते थे लेकिन अब ऐसा कुछ नहीं है। सब कुछ सिस्टम से चल रहा है। बहुत-से लोगों ने कहा कि योगी जी ने जिस तरह राम मंदिर को बनवाने के लिए कोई कमी नहीं रहने दी उससे हम बेहद प्रसन्न हैं और सरकार का ही साथ देंगे।
बहरहाल, देखना होगा कि गोरखपुर का परिणाम क्या रहता है। लेकिन जनता ने बातचीत के दौरान जो संकेत दिये उससे प्रदर्शित हो गया कि यहां चिंता परिणाम को लेकर नहीं बल्कि जीत का अंतर बढ़ाने की है। भीषण गर्मी के बीच जिस तरह मतदाता घर से नहीं निकल रहे हैं उसको देखते हुए सभी दलों का प्रयास है कि मतदान के दिन ज्यादा से ज्यादा लोगों को मतदान केंद्रों पर लाया जाये।