By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Jun 21, 2019
नयी दिल्ली। विदेश मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को कहा कि संयुक्त राष्ट्र के ईसीओएसओसी में फलस्तीनी एनजीओ के खिलाफ भारत के मतदान को फलस्तीनी मुद्दे के खिलाफ मतदान नहीं समझना चाहिए। भारत ने छह जून को संयुक्त राष्ट्र आर्थिक एवं सामाजिक परिषद (ईसीओएसओसी) में फलस्तीनी गैर सरकारी संगठन ‘शहीद’ को पर्यवेक्षक का दर्जा नहीं देने के लिए इज़राइल के पक्ष में मत दिया था, क्योंकि इज़राइल ने दावा किया था कि संगठन ने हमास के साथ अपने संबंधों का खुलासा नहीं किया था।
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विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा कि इस वोट को फलस्तीन के मुद्दे के खिलाफ मतदान नहीं समझना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमने संयुक्त राष्ट्र के आर्थिक और सामाजिक परिषद में इज़राइल द्वारा एक प्रस्ताव के पक्ष में मतदान किया था, जो एनजीओ पर समिति द्वारा आगे की जांच के लिए था। इज़रायल ने यह प्रस्ताव इस सूचना के आधार पर प्रस्तुत किया था कि एनजीओ के कथित रूप से आतंकवादी संगठनों के साथ निकटतम संपर्क हैं।