अंकारा। तुर्की के उपप्रधानमंत्री नुमान कुतरुलमस ने कहा है कि उनका देश नीदरलैंड के राजदूत को तुर्की वापस नहीं आने देगा और इसके साथ ही उच्चस्तरीय बैठकों को भी तब तक के लिये स्थगित किया जाता है जब तक नीदरलैंड जनमत संग्रह से पहले विदेश में रैलियां आयोजन करने की तुर्की की शर्तों पर सहमत नहीं हो जाता। अंकारा में मंत्रिमंडल की बैठक के बाद कुतरुलमस ने कहा, ''यह तय है कि जब तक हमारी मांगें पूरी नहीं हो जातीं तब तक नीदरलैंड के राजदूत को वापस नहीं आने दिया जाएगा।’’
राजदूत कीस कोर्नेलिस वैन रिज अभी देश से बाहर हैं और सभी कार्य प्रभारी द्वारा संभाले जा रहे हैं। नाटो सदस्यों के बीच तनाव उस वक्त बढ़ गया था जब हेग ने तुर्की के विदेश मंत्री मेवलुत कावूसोगलु को नीदरलैंड में उतरने से रोक दिया था और मंत्री फातमा बेतूल सयान काया को देश से निष्किासित कर दिया था। तुर्की के नेताओं ने 16 अप्रैल को होने वाले जनमत संग्रह में संवैधानिक बदलावों को मंजूरी देने के लिये आवश्यक समर्थन की खातिर व्हिप जारी करने की मांग की है। इन बदलावों से कार्यकारी राष्ट्रपति की नियुक्ति होगी। कुतरुलमस ने कहा कि अंकारा ने नीदरलैंड के साथ उच्चस्तरीय संबंधों को निलंबित करने के साथ ही तुर्की के लिये नीदरलैंड की राजनयिक उड़ानों से संबंधित अनुमति रद्द करने का निर्णय लिया है। उन्होंने पत्रकारों से कहा, ''नीदरलैंड जब तक अपने किये की भरपाई नहीं करता तब तक उच्चस्तरीय संबंध और निर्धारित मंत्रिस्तरीय एवं उच्चस्तरीय बैठकें निलंबित की जाती हैं।’’ यूरोपीय संघ और नाटो के तनाव कम करने की अपील करने के कुछ घंटों बाद ही कुतरुलमस ने कहा, ''यह तुर्की के निर्माण के लिये सकंट नहीं है.. तुर्की को इससे नुकसान नहीं पहुंचेगा।’’