By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Nov 20, 2018
नयी दिल्ली। कांग्रेस ने सीबीआई अधिकारी एम के सिन्हा द्वारा उच्चतम न्यायालय में दिए ‘‘हलफनामे’’ की पृष्ठभूमि में मंगलवार को नरेंद्र मोदी सरकार पर हमला बोला और कहा कि प्रधानमंत्री को इस पर जवाब देना चाहिए। पार्टी ने प्रधानमंत्री मोदी और सरकार के मंत्रियों की 'चुप्पी' पर सवाल किया और कहा कि इस मामले के जद में आए राज्य मंत्री, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार और अन्य लोगों को स्पष्टीकरण देना चाहिए।
कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने संवाददाताओं से कहा, 'भ्रष्टाचार की सूनामी ने प्रधानमंत्री मोदी की भ्रष्टाचार विरोधी छवि की कलई खोल दी है। प्रधानमंत्री वैसे तो बहुत मुखर रहते हैं, लेकिन जरूरत के हिसाब से चुप्पी साध लेते हैं। न खाऊंगा न खाने दूंगा, अब एक भद्दा मजाक बन गया है।' उन्होंने कहा, 'इस हलफनामे में संगीन आरोप हैं। देश को उम्मीद थी कि हमारे मुखर प्रधानमंत्री कुछ बोलते। लेकिन वह कुछ नहीं बोल रहे। देश इस मामले में जवाब चाहता है।'
सिंघवी ने सवाल किया, 'क्या राज्य मंत्री को प्रधानमंत्री कहेंगे कि वह स्पष्टीकरण दें।' कांग्रेस नेता ने कहा, 'कार्मिक मंत्रालय या सीबीआई के मामले में एनएसए क्या कर रहे थे? ' सिंघवी ने संप्रग सरकार में कानून मंत्री रहे अश्वनी कुमार से जुड़े मामले का हवाला देते हुए कहा, 'संप्रग सरकार में एक मंत्री को कानूनी हलफनामे को देखने के बाद इस्तीफा देना पड़ा था जबकि यहां तो स्पष्ट रूप से हस्तक्षेप का मामला है।"
उन्होंने कहा, 'प्रधानमंत्री कभी संवाददाता सम्मेलन भी नहीं करते। कोई जवाबदेही नहीं, सिर्फ चुप्पी है। इस तरह का यह कोई पहला हलफनामा नहीं, पहले भी इस तरफ के हलफनामे आए हैं।'
उन्होंने कहा, 'हम उम्मीद करते हैं कि उच्चतम न्यायालय इस मामले की तह तक जाएगा और इस दिक्कत को खत्म करेगा।' कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने सोमवार को आरोप लगाया था कि डीआईजी एम के सिन्हा ने अपने हलफनामे में सीबीआई के विशेष निदेशक राकेश अस्थाना के खिलाफ जांच में दखल के कथित प्रयासों को लेकर केंद्रीय मंत्री हरिभाई पारथीभाई चौधरी, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और केंद्रीय सतर्कता आयुक्त के वी चौधरी के नाम लिये हैं।