By श्वेता उपाध्याय | Jul 10, 2020
जिंदगी से भरपूर जगदीप अब हमारे बीच नहीं रहे। दिग्गज बॉलीवुड अभिनेता जगदीप 8 जुलाई की रात को पूरे बॉलीवुड को शोक में डुबो कर चले गए। जगदीप अपने आखिरी क्षणों में अपने परिवार के पास अपने घर पर ही थे। जैसे ही उनके जाने की खबर पता चली सोशल मीडिया पर हर कोई गमगीन हो गया। लोग उनके सभी किरदारों को याद कर उन्हें श्रद्धांजलि देने लगे। बड़े-बड़े अभिनेता और कई हस्तियों ने जगदीप के निधन पर शोक जताया। उनके साथ बिताये पलों को याद कर हर किसी के आँखों में आंसू आ गए। वे जितने उम्दा कलाकार थे उतने ही उम्दा व्यक्ति भी थे।
लेकिन उनके बॉलीवुड का सफर इतना आसान नहीं था। अपने जीवन में काफी कम उम्र में ही उन्होंने संघर्ष करना शुरू कर दिया था। मध्यप्रदेश के एक छोटे से गांव में जन्में सैयद इश्तियाक अहमद जाफरी उर्फ़ जगदीप ने बहुत ही छोटी उम्र में अपने पिता को खो दिया। आर्थिक तंगी के चलते पिता के निधन के बाद जगदीप की माँ उन्हें मुंबई ले आईं।
अपने परिवार का पालन पोषण करने के लिए उनकी माँ ने एक अनाथालय में खाना बनाने का काम शुरू कर दिया था। अपनी माँ को इस तरह काम करता देख जगदीप काफी दुखी हुए और उन्होंने अपनी माँ का हाथ बटाने की ठान ली। उन्होंने अपनी पढाई छोड़ छोटे मोटे काम करना शुरु कर दिया। सड़कों पर सामान बेचकर एवं बर्तन बनाने वाले कारखानों में काम कर अपनी माँ की मदद करना शुरू कर दिया।
फिर एक दिन उन्हें बीआर चोपड़ा ने देखा और उनसे फिल्मों में काम करने को कहा। बतौर बाल कलाकार उन्होंने फिल्म 'अफसाना' से अपने कॅरियर की शुरुआत की। और वहीं से उनके फिल्मों का कारवाँ शुरू हो गया। देखते ही देखते वे एक ऐसे कलाकार बन गए जिसे लोग फिल्मों में मुख्य किरदार से भी ज्यादा पसंद करने लगे थे। जगदीप ने अपने अभिनय का ऐसा छाप छोड़ा कि बड़े-बड़े लोग उनके प्रसंशक हो गए थे। अपनी कॉमेडी से उन्होंने बहुत लोगों को प्रभावित किया था जिनमें से एक स्वयं देश के पहले प्रधानमंत्री श्री पंडित जवाहरलाल नेहरू जी थे।
फिल्म 'हम पंछी एक डाल के' के रिलीज़ के बाद जगदीप की लोकप्रियता इतनी बढ़ गई थी कि उन्हें मुख्य अभिनेता के तौर पर फिल्मों में काम मिलने लगा। इस फिल्म में उनके अभिनय से प्रभावित हो कर भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ने खुद उनकी तारीफ की थी। वे उनके अभिनय से इतना खुश हुए थे कि जगदीप के लिए उन्होंने अपना एक पर्सनल स्टाफ नियुक्त कर दिया था।
जगदीप बेहद ही खुशमिजाज़ व्यक्तित्व के थे। वैसे तो वे सोशल मीडिया पर नहीं थे लेकिन फिर भी उनके जन्मदिन पर जब लोगों ने उन्हें बधाई दी थी तो उन्होंने अपने बेटे जावेद जाफरी के ज़रिये एक वीडियो बना कर अपने सभी फैंस को धन्यवाद किया था।
मिट्टी से जुड़ा व्यक्ति ही मिट्टी की कदर जानता है और जगदीप उनमें से एक थे। दुनिया में आये तो बिना नाम के थे लेकिन जब गए तो लाखों को अपने हुनर का ग़ुलाम कर गए।
- श्वेता उपाध्याय