वाराणसी में इन दिनों पौराणिक तालाबो में ऑक्सीजन की कमी के चलते मछलियों के मरने का सिलसिला शुरू हो गया है। यह मामला तब सामने आया जब शिवपुर में स्थित रानी की पोखरी में अचानक भारी मात्रा में मछलियों के मरने के बाद आस-पास के इलाके में तेज बदबू फैलने लगी। लोगों के द्वारा मछलियों के मरने की सूचना के बाद नगर आयुक्त समेत मत्स्य विभाग के अधिकारियों ने पहुँच कर मछलियों के मरने को जाट में जुट गई है हालांकि पुलिस ने स्थानीय लोगो के मदद से मरे हुए मछलियों को तालाब से निकलवाकर गड्ढे में दफन करने का काम जारी कर दिया है।
करीब 22 बीघे में फैले इस पौराणिक तालाब में रख-रखाव के आभाव में जरूरत से ज्यादा जलकुम्भी देखने को मिली। मछलियों के मरने का प्रथम कारण पानी मे ऑक्सीजन की कमी बतायी जा रही है लेकिन दूसरी ओर जहर की जांच के लिए सेम्पल लेकर जांच के लिए भेजा गया है। आपको ये भी बताते चले कि तालाब के किनारे अवैध कब्जे,दूषित जल और तालाब में फैले जलकुम्भी के चलते पानी गंदा हो चुका है जिसके कारण मछलियां मर रही है।