By रेनू तिवारी | Apr 24, 2025
ऐसा लग रहा है कि पहलगाव में हुए नरसंहार का पाकिस्तान में जश्न मनाया जा रहा है। पाकिस्तान के लोग पहलगाम में हुए हिंदू नरसंहार का जश्न मनाने के लिए लगता है केक काट रहे हैं। सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है जिसमें दिल्ली में स्थित पाकिस्तान उच्चायोग में एक केक पहुंचाया जा रहा था। वीडियो में हम देख सकते हैं कि एक शख्स ने हाथ में केक का डिब्बा पकड़ रखा है। सामने से कई मीडिया माइट उनसे केक कटिंग के बारे में पूछ रहे हैं। मीडिया सवाल ये भी पूछ रहा है कि आखिर किस लिए ये केक नई दिल्ली में पाकिस्तान उच्चायोग ले जाया जा रहा है। एक तरफ भारत के लोग पहलगाम में हुए आतंकी हमले के शोक में हैं वहीं दूसरी तरफ केक कटिंग की यह घटना पाकिस्तान की नीयत और उसकी खुशी को दिखाती हैं।
केक का यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा हैं। वीडियो शेयर करते हुए एक यूजर ने लिखा पाकिस्तान के लोग पहलगाम में हुए हिंदू नरसंहार का जश्न केक के साथ मना रहे हैं? कुछ मिनट पहले, आज नई दिल्ली में पाकिस्तान उच्चायोग में एक केक पहुंचाया जा रहा था। कभी मत भूलना! कभी माफ़ मत करना! दूसरे ने लिखा हमारे पास उनके लिए एक कार्यालय था। आज दिल्ली में पाकिस्तान उच्चायोग में केक डिलीवर होते हुए देखें। यह जश्न किस लिए है?
यहां देखे वीडियो-
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले में 26 पर्यटकों की मौत के एक दिन बाद भारत ने बुधवार को दिल्ली में पाकिस्तान उच्चायोग के प्रभारी को तलब किया और सैन्य राजनयिकों को अवांछित व्यक्ति घोषित किए जाने के बारे में एक नोट सौंपा। यह समन भारत द्वारा पाकिस्तान के खिलाफ कई कठोर उपायों की घोषणा करने के बाद जारी किया गया, जिसमें सिंधु नदी के जल बंटवारे को नियंत्रित करने वाली सिंधु जल संधि को निलंबित करना भी शामिल है
पहलगाम में आतंकी हमले के बाद से ही सुरक्षा बलों ने आतंकियों को खोज निकालने का अभियान शुरू कर दिया है। एक तरफ पूरे देश में पहलगाम में जो कुछ हुआ उसे लेकर आक्रोश है वहीं दूसरी तरफ कश्मीर में आतंकियों ने पैर पसारने की ठान ली है। ताजा जानकारी के मुताबिक सुरक्षा बलों ने गुरुवार को जम्मू-कश्मीर के उधमपुर जिले में छिपे आतंकवादियों से संपर्क स्थापित किया, जिसके बाद मुठभेड़ शुरू हो गई। चीड़ के जंगल से निकले पांच से छह आतंकवादियों का पता लगाने के लिए बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान शुरू किया गया है, जिन्होंने बैसरन घास के मैदान में अनजान पर्यटकों पर अपनी एके-47 से गोलियां चलाई थीं। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने पहले ही शामिल आतंकवादियों के बारे में विश्वसनीय सुराग देने वाले को 20 लाख रुपये का नकद इनाम देने की घोषणा की है।