By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Dec 23, 2023
गुजरात के ‘गिफ्ट सिटी’ में शराब परोसने और उसके सेवन की अनुमति देने के गुजरात सरकार के फैसले का उद्योग जगत ने स्वागत करते हुए इसे प्रगतिशील और साहसिक बताया है। विभिन्न उद्यमियों का कहना है कि यह कदम क्षेत्र में प्रमुख कंपनियों और गुणवत्तापूर्ण कार्यबल को आकर्षित करेगा। राज्य सरकार ने शुक्रवार को गुजरात इंटरनेशनल फाइनेंस टेक (गिफ्ट) सिटी को ‘वैश्विक परिवेश’ प्रदान करने के उद्देश्य से शराब पर लगा प्रतिबंध हटा दिया। गिफ्ट सिटी में 40 लाख वर्गफुट निर्माण क्षेत्र वाली अहमदाबाद की सेवी ग्रुप के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक (सीएमडी) जक्सय शाह ने कहा, “यह एक ऐतिहासिक, प्रगतिशील और साहसिक कदम है। गिफ्ट सिटी बुनियादी ढांचे के मामले में प्रतिस्पर्धा कर रही है और दुनिया के कई अंतरराष्ट्रीय वित्तीय शहरों के बराबर या उससे भी आगे है।
लेकिन अब इस कदम से सामाजिक जीवन में सुधार होने के साथ यह स्थानीय युवाओं को बहुराष्ट्रीय कंपनियों की ओर आकर्षित करेगा।” गुजरात में आईसीटी (सूचना तथा संचार प्रौद्योगिकी) उद्योग से जुड़ी गेसिया के पूर्व चेयरमैन तेजिंदर ओबेरॉय ने कहा कि इस कदम से वह बहाना खत्म हो जाएगा जो कुछ आईटी कंपनियों ने गुजरात में निवेश न करने के लिए दिया था। उन्होंने कहा, “एक प्रौद्योगिकी कंपनी के रूप में हम समझते हैं कि बहुत सी कंपनियां मुख्य रूप से शराबबंदी को कारण बताते हुए गुजरात आने का विरोध कर रही थीं। गुजरात न आने का उनका बहाना खत्म हो गया है। इस तरह यह एक बड़ा कदम है।” भारतीय अल्कोहलिक पेय कंपनियों का परिसंघ (सीआईएबीसी) के महानिदेशक विनोद गिरि ने कहा कि इस कदम का असली महत्व इस स्वीकारोक्ति में निहित है कि शराब विश्राम और सामाजिक जुड़ाव का एक अनिवार्य हिस्सा है।
उन्होंने कहा कि यह दुनिया को एक मजबूत संकेत भेजता है कि गिफ्ट सिटी एक आधुनिक और उदार स्थान है, जो अन्य प्रमुख वैश्विक केंद्रों की तरह व्यवसाय करने के लिए तैयार है। सीआईएबीसी भारतीय अल्कोहल पेय पदार्थ के उद्योग का शीर्ष निकाय है। गुजरात निषेध विभाग के शुक्रवार को जारी बयान के अनुसार, नई प्रणाली के तहत, गिफ्ट सिटी में होटल, रेस्तरां और क्लब (मौजूदा और जो बनेंगे) को शराब और भोजन सुविधाओं के लिए परमिट दिए जाएंगे, लेकिन उन्हें लोगों को शराब की बोतलें बेचने की अनुमति नहीं होगी।