By नीरज कुमार दुबे | Dec 12, 2024
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने हालिया विधानसभा चुनावों में अपनी शक्ति और जनाधार का अभूतपूर्व प्रदर्शन करते हुए अपने आप को बड़ा मराठा नेता साबित करने में सफलता हासिल की। अजित पवार को खासतौर पर पश्चिमी महाराष्ट्र में शरद पवार जैसे अनुभवी नेता की भावुक अपीलों और उनकी चुनावी रणनीतियों से कड़ा मुकाबला करना पड़ा था। देखा जाये तो पिछले एक साल में अजित पवार को मुख्यमंत्री पद छोड़ कर वह सब कुछ हासिल हुआ जिसकी उन्होंने कल्पना की थी। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी पर उनका अधिकार हो गया है और सर्वाधिक विधायक जिताने में भी वह सफल हुए। छठी बार उपमुख्यमंत्री बन कर उन्होंने रिकॉर्ड बना दिया है। इसके अलावा वह अपनी पत्नी सुनेत्रा पवार को लोकसभा नहीं पहुँचा पाये तो राज्यसभा सांसद बनवा दिया। अजित पवार ने जिस तरह अपने चाचा से राजनीतिक मुकाबला किया उसको देखकर भाजपा बेहद खुश है क्योंकि वह पवार के क्षेत्र में उन्हें घेरने में अब तक नाकामयाब रही थी लेकिन उनके भतीजे को साथ लेकर उसने सीनियर पवार की शक्ति कम करने में सफलता हासिल कर ली है।
इसके अलावा जिस तरह अजित पवार भाजपा का साथ दे रहे हैं उससे भी पार्टी नेतृत्व बहुत खुश है। हाल ही में जब प्रश्न आया था कि महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री कौन बनेगा तो अजित पवार ने सबसे पहले देवेंद्र फडणवीस के नाम का समर्थन कर दिया था। इसके बाद एक खबर आई कि आयकर विभाग ने महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार और उनके परिवार से 2021 में जब्त की गई 1,000 करोड़ रुपए से अधिक मूल्य की संपत्तियों को छोड़ दिया है क्योंकि बेनामी संपत्ति लेनदेन निवारण अपीलीय न्यायाधिकरण द्वारा अजित पवार पर लगे आरोपों को खारिज कर दिया गया है। हम आपको याद दिला दें कि आरोप लगाया गया था कि अजित पवार और उनका परिवार बेनामी संपत्तियों का मालिक था।
अब भाजपा नेतृत्व ने शरद पवार के मुकाबले अजित पवार को फिर से आगे बढ़ाते हुए उनकी पत्नी और राज्यसभा सांसद सुनेत्रा पवार को एक बड़ा सरकारी बंगला आवंटित कर दिया है। खास बात यह है कि यह सरकारी बंगला शरद पवार के घर के ठीक सामने है। हम आपको बता दें कि सुनेत्रा पवार को सरकारी आवास की दूसरी सबसे बड़ी श्रेणी, टाइप- VII बंगला, 11 जनपथ पर आवंटित किया गया है, जो शरद पवार के आधिकारिक आवास के एकदम सामने है। सीनियर पवार 6 जनपथ पर टाइप-VIII बंगले में रहते हैं और उनकी बेटी सुप्रिया सुले, जो चार बार से लोकसभा सांसद हैं, वह उनके साथ रहती हैं।
सुनेत्रा पवार को लुटियंस दिल्ली में टाइप-VII बंगले का आवंटन इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि वह पहली बार सांसद बनी हैं और नियमों के अनुसार वह दूसरी सबसे बड़ी श्रेणी के आवास की हकदार नहीं हैं। इसलिए इस आवास के आवंटन को राजनीतिक हलकों में हाल के महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में बड़े मराठा नेता के रूप में उनके पति अजित के उदय और सीनियर पवार पर उनकी बढ़त को मान्यता देने के संकेत के रूप में भी देखा जा रहा है। हम आपको याद दिला दें कि अजित की राकांपा, जो भाजपा के नेतृत्व वाली महायुति में सहयोगी दल के रूप में लड़ी थी, उसने 49 सीटें हासिल कीं और मराठवाड़ा क्षेत्र और उनके गृह क्षेत्र में भी अपनी स्थिति मजबूत कर ली है। हम आपको याद दिला दें कि सुनेत्रा को 18 जून को राज्यसभा के लिए निर्विरोध चुना गया था। सुनेत्रा बारामती लोकसभा सीट पर अपनी ननद सुप्रिया सुले से चुनाव हार गई थीं। बाद में अजित ने कहा था कि सुले के खिलाफ अपनी पत्नी को उतारना उनकी गलती थी।
बहरहाल, राजनीतिक मुकाबले के बावजूद पवार परिवार बड़े मौकों पर एकजुटता दिखाने का प्रयास भी करता है। आज शरद पवार के जन्मदिन पर उनके दिल्ली स्थित आवास पर उन्हें बधाई देने खुद अजित पवार अपनी पत्नी सुनेत्रा पवार और सहयोगियों प्रफुल्ल पटेल तथा छगन भुजबल के साथ पहुँचे। इस दौरान नेताओं ने कहा कि हम हर साल पवार साहब को जन्मदिन की बधाई देने आते हैं और उनका आशीर्वाद लेते हैं।