By अंकित सिंह | Mar 21, 2024
लोकसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक दलों के बीच वार-पलटवार का दौर अब तेज हो गया है। इसी कड़ी में कांग्रेस ने केंद्र की मोदी सरकार पर गंभीर आरोप लगा दिया है। पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी और राहुल गांधी और कोषाध्यक्ष अजय माकन सहित अपने शीर्ष नेताओं के नेतृत्व में कांग्रेस पार्टी ने गुरुवार को राष्ट्रीय राजधानी में एक संवाददाता सम्मेलन आयोजित किया और कथित तौर पर केंद्र में सत्ताधारी सरकार के आशीर्वाद से आयकर विभाग द्वारा पार्टी के फंड को फ्रीज करने के खिलाफ जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। हालांकि, भाजपा ने भी पलटवार करने में देरी नहीं की। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कांग्रेस के आरोप पर पलटवार करते हुए कहा कि ‘ऐतिहासिक हार’ की आशंका से उसका शीर्ष नेतृत्व भारतीय लोकतंत्र और संस्थाओं के खिलाफ ‘जमकर भड़ास’ निकाल रहा है।
सोनिया गांधी ने पार्टी के बैंक खातों को फ्रीज किए जाने के मुद्दे पर आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा कांग्रेस को आर्थिक रूप से पंगु बनाने का सुनियोजित प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जनता से एकत्रित धन को रोका जा रहा है और हमारे खातों से जबरन पैसा छीना जा रहा है। राहुल ने कहा कि नफ़रत से भरी 'असुर शक्ति' ने लोकतंत्र की हत्या करने के लिए कांग्रेस के बैंक अकाउंट को फ्रीज कर दिया है। हम अपना प्रचार कार्य नहीं कर सकते। हम अपने कार्यकर्ताओं और उम्मीदवारों का समर्थन नहीं कर सकते। हमारे नेता देश के एक हिस्से से दूसरे हिस्से तक यात्रा नहीं कर सकते। हम अपने विज्ञापन देने में असमर्थ हैं। ऐसा चुनाव प्रचार से दो महीने पहले किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यह कांग्रेस पार्टी के खिलाफ पीएम और गृह मंत्री द्वारा की गई आपराधिक कार्रवाई है।' कोई अदालत कुछ नहीं कह रही, चुनाव आयोग चुप है, कोई संस्था कुछ नहीं कह रही और मीडिया कुछ नहीं कह रहा। उन्होंने कहा कि आज भारत में कोई लोकतंत्र नहीं है। भारत के लोगों से उनका संविधान और लोकतांत्रिक ढांचा छीना जा रहा है।'
पार्टी के बैंक खाते ‘फ्रीज’ किए जाने के आरोपों पर भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा कि कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव में हार को भांपते हुए हताशा होकर बहाना बनाने का प्रयास किया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को विनम्रतापूर्वक एक सलाह है कि जितना अधिक राहुल गांधी को बोलने दिया जाएगा, उतना ही आपकी जमीन खिसकती जाएगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी राजनीतिक रूप से सूख कर कांटा हो गई है। लेकिन उन्होंने कहा कि कांग्रेस का अकॉउंट अगर फ्रीज हुआ है, तो देश का अकॉउंट फ्रीज हो गया है। राहुल गांधी जी इसका क्या मतलब है? भारत के लोकतंत्र को इस तरह शर्मसार न करें। ये देश और इस देश का लोकतंत्र आपकी पार्टी से बड़ा है। उन्होंने कहा कि Income Tax act के सेक्शन 13 A के अनुसार पार्टीयों पर इनकम टैक्स नहीं लगता। लेकिन पार्टियों को रिटर्न हर साल फाइल करना पड़ता है, जिसमें बताना पड़ता है कि 20 हजार तक के हमारे कितने donors हैं और उससे अधिक के कितने हैं। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने अदालतों, चुनाव आयोग, मीडिया के बारे में बुरा बोला है... उन्हें इन संस्थानों की आलोचना करने के लिए माफी मांगनी चाहिए।
कांग्रेस का दावा है कि 14 लाख 40 हजार की अनियमितता का यह पूरा मामला है। लेकिन आयकर विभाग ने इसमें 106 फ़ीसदी पेनल्टी यानी कि 210 करोड रुपए लगा दी है। इस आरोप के जरिए कांग्रेस सीधे तौर पर मोदी सरकार पर निशाना साथ रही है और यह दिखाने की कोशिश कर रही है कि कैसे केंद्र की सरकार अपने विरोधी दलों को प्रताड़ित करती है। कांग्रेस को उम्मीद है कि इससे कहीं ना कहीं पार्टी के लिए एक सिंपैथी गेन होगा। साथ ही साथ वह भाजपा पर देश में तानाशाही करने का आरोप लगा सकेगी जिसे राजनीति फायदा हो सकता है। चुनावी मौसम है, ऐसे में कांग्रेस को भाजपा और केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ बड़ा हथियार चाहिए था। कांग्रेस ने इसे बड़ा मुद्दा बनाते हुए अपनी लड़ाई शुरू कर दी है। हालांकि भाजपा ने इसे पूरी तरीके से कांग्रेस का रोना बता दिया। भाजपा ने साफ तौर पर कह दिया है कि चुनावी हार के डर से कांग्रेस के नेता इस तरीके से बयान दे रहे हैं। अगर कहीं भ्रष्टाचार हुआ है तो कार्रवाई जरूर होगी। इसमें सरकार कुछ नहीं कर सकती। इसके जरिए भाजपा यह भी दावा कर रही है कि केंद्र की मोदी सरकार भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस रखती है और अगर कोई भी इसमें दोषी पाया जाता है तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।