By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Jun 20, 2019
नयी दिल्ली। कर्नाटक कांग्रेस में बढ़ते असंतोष के बीच, पार्टी ने बुधवार को इस दक्षिणी राज्य की अपनी इकाई को भंग कर दिया। हालांकि, पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और कार्यकारी अध्यक्ष को बरकरार रखा गया है। एआईसीसी महासचिव (संगठन) के सी वेणुगोपाल द्वारा जारी बयान में कहा गया, ‘‘एआईसीसी ने कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस की वर्तमान कमेटी को भंग करने का फैसला किया। अध्यक्ष और कार्यकारी अध्यक्ष को नहीं बदला गया है।’’राज्य में लोकसभा चुनावों में करारी हार के बाद से कर्नाटक कांग्रेस में असंतोष पैदा हो गया है। दक्षिणी राज्य में कांग्रेस-जनता दल (एस) गठबंधन सरकार में समन्वय को लेकर भी समस्या है।
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राज्य में गठबंधन सरकार के कामकाज को लेकर मतभेदों के कारण कर्नाटक कांग्रेस में बीते कुछ समय से विरोध के स्वर उठ रहे हैं। कांग्रेस-जद (एस) के नेता भाजपा और इसके नेता वाई एस येदियुरप्पा पर गठबंधन सरकार को गिराने के लिए उसके नेताओं को लुभाने का आरोप लगा रहे हैं। कांग्रेस के दो निर्दलीयों को हाल में कर्नाटक कैबिनेट में शामिल किया गया है। प्रदेश कांग्रेस प्रमुख दिनेश गुंडू राव ने कहा कि कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी (केपीसीसी) को भंग करने के एआईसीसी के कदम से सभी स्तरों पर पार्टी के पुनर्गठन में मदद मिलेगी जिससे नये नेताओं के लिए अवसर पैदा होंगे।
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राव ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘एआईसीसी प्रमुख ने वर्तमान कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी को भंग कर दिया है। इसके पीछे मंशा राज्य, जिला एवं खंड स्तरों पर पार्टी का पुनर्गठन करना है जो महत्वपूर्ण है।’’ उन्होंने कहा कि वह तथा कार्यकारी प्रमुख ईश्वर खांद्रे पार्टी के पुनर्गठन और इसे मजबूत करने की दिशा में काम शुरू करेंगे। उन्होंने कहा कि वे विधायक दल के प्रमुख सिद्धरमैया, उपमुख्यमंत्री जी परमेश्वर, एआईसीसी महासचिव के सी वेणुगोपाल और अन्य नेताओं से विचार-विमर्श करेंगे।