By टीम प्रभासाक्षी | Dec 18, 2021
नारकोटिक्स विभाग के एक इंस्पेक्टर है जिनका नाम है अमन फोगाट यह मूल रूप से झुंझुनू जिले के सूरजगढ़ इलाके के गांव बड़सरी के निवासी हैं। ढाई साल पहले इनकी शादी हुई तो अमन और उनके परिवार वालों ने दहेज ना लेकर मिसाल कायम की थी। इतना ही नहीं उन्होंने दुल्हन को क्रेटा कार तोहफे में भी दी थी। इसी बात को लेकर आसपास के क्षेत्र में अमन फोगाट और उनके परिवार ने खूब सुर्खियां बटोरी थी। लेकिन अब ऐसा मामला सामने आया है जिसमें जयपुर की एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने अमन फोगाट को दो लाख रूपये की घूस लेते रंगे हाथों पकड़ा है।
दहेज ना लेकर कायम की थी मिसाल
आरोपी इंस्पेक्टर अमन फोगाट के परिवारिक बैकग्राउंड की बात करें तो, अमन के पिता ओम प्रकाश फोगाट सेना से रिटायर होने के बाद आबकारी विभाग में सेवारत हैं। उन्होंने अपने बेटे की शादी बिना दहेज लिए तय की, इतना ही नहीं उन्होंने बेटे की दुल्हन प्रीति को क्रेटा कार तोहफे में दी थी। ओमप्रकाश फोगाट में अपने पिता भोमाराम की याद में करीब साढ़े 300,000 की कीमत से बना गांव के प्रवेश द्वार का उद्घाटन भी वर वधु से कराया। इसके जरिये उन्होंने गांव में एक मिशाल पेश की थी।
मेडिकल स्टोर मालिक से मांगी 5 लाख घुस,दो लाख में बात हुई पक्की
नारकोटिक्स विभाग के आरोपी इंस्पेक्टर अमन फोगाट ने जयपुर के एक मेडिकल स्टोर चलाने वाले से एनडीपीएस एक्ट में ना फसाने की खातिर रिश्वत की मांग की थी। रिश्वत की रकम 500,000 थी मगर सौदा 200,000 में पक्का हुआ। बुधवार को एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने अमन फोगाट को 200,000 रिश्वत के साथ रंगे हाथों दबोचा। एसीबी ने घर पर रेड और सर्च ऑपरेशन किया तभी आस-पड़ोस के लोगों को भी रिश्वत लेने की खबर पता चली।
एंटी करप्शन ब्यूरो ने मारी रेड,दरवाजा तोड़कर अंदर घुसी टीम
जिससे आरोपी इंस्पेक्टर ने 500,000 रिश्वत की मांग की थी, उस पीड़ित ने 6 दिसंबर को एंटी करप्शन ब्यूरो के पास शिकायत दर्ज कराई। एंटी करप्शन ब्यूरो ने मामले का सत्यापन कर लिया, एसीपी कालूराम रावत की अगुवाई में एएसपी हिमांशु कुलदीप और डिप्टी एसपी सुरेश स्वामी टीम लेकर पीड़ित के पीछे पीछे आरोपी इंस्पेक्टर के आवास विद्याधर नगर पहुंचे। यहां आरोपी मेडिकल स्टोर के मालिक को घर से थोड़ी दूर बाइक पर लेकर गया, और 10 मिनट तक आसपास उसे घुमाता रहा। उसके बाद उससे पैसे लिए और सीधा घर चला गया। घर में घुसते ही इंस्पेक्टर ने कुंडी बंद कर ली। जब एसीबी की टीम ने आरोपी के घर में दस्तक दी तो आरोपी इंस्पेक्टर ने गेट नहीं खोला। इसके बाद एसीबी की टीम गेट की कुंडी तोड़कर अंदर घुसी, और रकम बरामद करके आरोपी इंस्पेक्टर को गिरफ्तार कर लिया।