जम्मू कश्मीर में आखिरी सांस ले रहा आतंकवाद, उपराज्यपाल बोले- जब दीपक बुझने लगता है तो उसकी लौ तेज हो जाती है

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By अंकित सिंह | Jun 11, 2022

जम्मू कश्मीर में आखिरी सांस ले रहा आतंकवाद, उपराज्यपाल बोले- जब दीपक बुझने लगता है तो उसकी लौ तेज हो जाती है

जम्मू कश्मीर में हाल में ही आतंकवाद की घटनाओं में वृद्धि देखने को मिली। जम्मू कश्मीर में आतंकवाद को प्रायोजित करने वालों ने इस बार अपने तरीकों में बदलाव किया है। जम्मू कश्मीर में अब हाइब्रिड आतंकवादियों को बढ़ाया जा रहा है। इन हाइब्रिड आतंकवादियों के सामने लक्ष्य रखा जाता है। इस लक्ष्य को पूरा करने के बाद आतंकवादी फिर से सामान्य जनजीवन में वापस लौट जाते हैं। यह आतंकवादी लगातार आम लोगों को अपना निशाना बना रहे हैं। ताकि घाटी में डर का माहौल बनाया जा सके। इन सबके बीच जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने बड़ा बयान दिया है। मनोज सिन्हा ने साफ तौर पर कहा है कि जम्मू कश्मीर में आतंकवाद अब आखरी सांस ले रहा है। आपको बता दें कि कश्मीरी पंडित राहुल भट्ट की हत्या के बाद आतंकवादियों ने कई आम लोगों को अपना निशाना बनाया। जिसके बाद प्रशासन को आलोचनाओं का सामना करना पड़ा है।

 

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जम्मू कश्मीर में टारगेट किलिंग की घटनाओं को लेकर उपराज्यपाल मनोज सिन्हा लगातार कहते रहे हैं कि दोषियों के खिलाफ सख्त और कड़ी कार्रवाई की जाएगी। जो लोग इस तरह की हरकत कर रहे हैं, उसका माकूल जवाब उन्हें दिया जाएगा। इसके साथ ही जम्मू-कश्मीर में टारगेट किलिंग के शिकार हुए लोगों के परिवारों से भी उपराज्यपाल ने मुलाकात की है। न्यूज़ एजेंसी एएनआई के मुताबिक आज उपराज्यपाल ने कहा कि जब दीपक बुझने लगता है तो उसकी लौ तेज हो जाती है। वहीं स्थिति आज आतंकवाद की है। ये लौ इसलिए तेज है क्योंकि हमारे सुरक्षाबलों ने इनकी नकेल कसने का काम किया है। आतंकवाद अब जम्मू-कश्मीर में आखिरी सांस ले रहा है। सिन्हा ने कुलगाम जिले में एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि निर्दोष लोगों की लक्षित हत्याएं हुई हैं। मेरा मानना है कि समाज को इसकी निंदा करनी चाहिए। बच्चों को शिक्षा देने वाली एक महिला शिक्षिका की हत्या कर दी गयी। अगर समाज इसकी निंदा नहीं करता है, तो मुझे लगता है कि हम अपने कर्तव्यों से दूर हो रहे हैं।


 

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जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल ने कहा कि घाटी में लोगों की निशाना साधकर हत्याएं आतंकवादियों द्वारा हताशा में सुरक्षा बलों को कोई गलती करने के लिए उकसाने के मकसद से की जा रहीं हैं ताकि लोग विरोध में सड़कों पर उतर सकें। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि हताश होकर आतंकी इन कृत्यों को अंजाम दे रहे हैं। जम्मू-कश्मीर प्रशासन 'गुनहगार को छोड़ो मत, और बेगुनाह को छेड़ो मत' की नीति पर चलता है। सिन्हा ने कहा कि प्रशासन ऐसा नहीं होने देगा। पुलिस, सुरक्षाबलों या जम्मू-कश्मीर प्रशासन द्वारा किसी निर्दोष व्यक्ति के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी। उपराज्यपाल ने कहा आतंकवाद की 'लौ' तेज है, क्योंकि पुलिस और सुरक्षाबलों ने उनके चारों ओर फंदा कस लिया है। सिन्हा ने कहा, “हमारा प्रयास यहां के लोगों को आतंकवाद से मुक्त करना है।”

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