भोपाल। मध्य प्रदेश में बारिश का कहर लगातार जारी है। जानकारी मिली है कि प्रदेश के करीब 1225 गांवों में बाढ़ की स्थिति बनी हुई है। जिसमें से शिवपुरी, दतिया, ग्वालियर, गुना, भिंड, मुरैना और श्योपुर जिले सबसे अधिक प्रभावित हैं। इन जिलों से करीब 5000 लोगों का रेस्क्यू किया जा चुका है। वहीं बाढ़ के चलते लगभग 12 लोगों की मौत हो चुकी है।
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आपको बता दें कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से स्थिति को फोन पर चर्चा की है। साथ ही उन्होंने पीएम मोदी को बाढ़ की स्थिति और रेस्क्यू ऑपरेशन के बारे में जानकारी दी है। बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री मौसम ठीक होने के बाद बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर सकते हैं।
अभी वर्तमान स्थिति के मुताबिक 1400 लोग बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में फंसे हुए हैं लेकिन सब सुरक्षित हैं।NDRF की 29 टीमें बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों में बचाव कार्य में जुटी हुई हैं। उनकी 3 टीमें ग्वालियर और 2 टीमें शिवपुरी में बचाव कार्य में जुटी हुई हैं। वहीं आर्मी के 4 कॉलम शिवपुरी, ग्वालियर, दतिया और श्योपुर में बचाव कार्य में जुटे हुए हैं। इसके साथ साथ एयर फोर्स के हेलीकॉप्टरों ने कुछ देर पहले बचाव कार्य शुरू कर दिया है।
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बताया जा रहा है कि मणिखेड़ा डैम के 10 गेट खोल दिए गए हैं। जिसके कारण शिवपुरी जिले में बाढ़ जैसै हालात बन रहे हैं। वहीं इसके अलावा कोटा बैराज बांध से पानी छोड़ने के कारण चंबल नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। इससे मुरैना और भिंड जिलों के कुछ गांवों में भी बाढ़ जैसी स्थिति बन सकती हैं।