By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Feb 02, 2024
श्रीनगर। कश्मीर में अनेक स्थानों पर बृहस्पतिवार रात को न्यूनतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई और कुछ कस्बों में यह बीते 16 वर्षों की सबसे सर्द रात रही।अधिकारियों ने शुक्रवार को यहां यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि उत्तरी कश्मीर के गुलमर्ग स्की रिसॉर्ट में न्यूनतम तापमान शून्य से नीचे 12 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो एक रात पहले दर्ज किये गये न्यूनतम तापमान (शून्य से नीचे 7.6 डिग्री सेल्सियस) से चार डिग्री से भी अधिक कम है। दक्षिण कश्मीर के पहलगाम पर्यटन रिसॉर्ट में न्यूनतम तापमान शून्य से नीचे 11.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। उन्होंने बताया कि दक्षिण कश्मीर के कोकेरनाग और काजीगुंड दोनों शहरों में न्यूनतम तापमान शून्य से नीचे 9.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
जम्मू कश्मीर की ग्रीष्मकालीन राजधानी श्रीनगर में न्यूनतम तापमान शून्य से नीचे 0.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। श्रीनगर में भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अधिकारी घाटी में केवल छह प्रमुख मौसम केंद्रों के आंकड़ें जारी करते हैं। वहीं, मौसम का पूर्वानुमान जारी करने वाली निजी संस्था ने दावा किया कि कश्मीर में कोकेरनाग का लारनू सबसे ठंडा स्थान रहा जहां तापमान शून्य से नीचे 17.1 डिग्री सेल्सियस रहा। इसके बाद सबसे ठंडा स्थान श्रीनगर-लेह राजमार्ग पर सोनमर्ग रिसॉर्ट था जहां न्यूनतम तापमान शून्य से नीचे 15.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
निजी मौसम पूर्वानुमानकर्ता फैजान आरिफ ने अपने एक्स खाते पर पोस्ट कर कहा, दक्षिण कश्मीर, जम्मू क्षेत्र के कुछ हिस्सों और सोनमर्ग में अत्यधिक शीत लहर के कारण ठंड का रिकॉर्ड टूट गया। कोकेरनाग का लारनू शून्य से नीचे 17.7 डिग्री सेल्सियस के साथ सबसे ठंडा स्थान रहा जिसके बाद सोनमर्ग में तापमान शून्य से नीचे 15.1 डिग्री सेल्सियस रहा। उन्होंने कहा कि काजीगुंड में तापमान पिछले 16 वर्षों में सबसे कम दर्ज हुआ है।
आरिफ ने एक संबंधित पोस्ट में कहा, काजीगुंड में आज तापमान शून्य से नीचे 9.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो इससे पहले 13 फरवरी 2008 को शून्य से नीचे 12.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। कश्मीर में इस सप्ताह की शुरुआत में 40 दिनों की भीषण सर्दी कीअवधि चिल्लई-कलां समाप्त हुई है। घाटी में फिलहाल 20 दिनों का‘‘चिल्लई-खुर्द’’ (छोटी सर्दी) का दौर जारी है। इसके बाद 10 दिनों तक ‘‘चिल्लई-बच्चा’’ का दौर रहेगा।