By राजीव शर्मा | Jul 28, 2021
मेरठ। मानसून ने जुलाई माह के अंतिम सप्ताह में रफ्तार पकड़ ली है। सावन लगते ही पश्चिम उत्तर प्रदेश में अच्छी बारिश देखने को मिली है। मंगलवार देर रात के बाद एक बार फिर मौसम का मिजाज दल गया और पश्चिम उत्तर प्रदेश के अधिकतर जिलों में मूसलाधार बारिश हुई। बुधवार को भी सुबह से ही रिमझिम फुहारें पड़ रहीं है।
मेरठ में मंगलवार रात को तेज बारिश हुई तो बुधवार को भी सुबह मौसम खुशगवार दिखा। शहर से लेकर देहात क्षेत्रों में जमकर बारिश हुई। अच्छी बारिश होने से जहां तापमान में गिरावट आई वहीं कई स्थानों पर जलभराव की समस्याएं उत्पन्न हो गईं। बारिश से कई स्थानों में करंट लगने व कच्चे मकान गिरने से हादसे हो गए तो कई स्थानों पर जलभराव जैसी समस्याएं उपन्न हो गईं। बारिश के चलते मेरठ में पल्लवपुम, लिसाड़ीगेट सहित कई जगह जलभराव हुआ इससे निचली कॉलोनियों में घरों तक पानी पहुंच गया।
रोहटा थाना क्षेत्र के गांव उकसिया में तेज बारिश के चलते धूमपाल सिंह का मकान नीचे की ओर बैठ गया। सुबह करीब 5 बजे घर के सदस्य दहशत में बाहर निकल गए, जिसके बाद पूरा मकान भरभरा कर जमींदोज हो गया।बताया गया कि मकान मालिक धूम पाल सिंह रेलवे कर्मचारी है जो आगामी 30 जुलाई को सेवानिवृत्त होने वाला है। उसने दो साल पहले ही मकान का निर्माण कराया था, लेकिन बारिश के चलते मकान जमींदोज हो गया।सरधना क्षेत्र में मंगलवार की रात लगभग 10:00 बजे अचानक मौसम का मिजाज बदला और तेज बारिश शुरू हो गई जिसके बाद बारिश ने रुकने का नाम नहीं लिया।12 घंटे से भी अधिक बारिश होने के कारण सरधना के मोहल्ला राम तलैया मंदिर के निकट धर्मपुरा में जुबेर अंसारी पुत्र सफ़ी अंसारी के मकान के बरामदे की छत भरभरा कर गिर गई। जिसमें उसकी पावर लूम की मशीनें व अन्य कीमती सामान दब गया। जुबेर के मुताबिक उसका लाखों का नुकसान हुआ है। गनीमत रही कि उस समय बरामदे में कोई नहीं था।हस्तिनापुर में बारिश से गंगा का जलस्तर बढ़ गया है। बारिश के चलते तटबंध टूटने का खतरा बढ़ता जा रहा है। अगर गंगा का जलस्तर बढ़ता रहा, तो खादर क्षेत्र की बड़ी आबादी प्रभावित हो सकती है। बहसूमा में सुबह से हो रही झमाझम बारिश से सड़कें और गली मोहल्लों में जलभराव हो गया। हालांकि किसानों को बारिश से राहत मिली है। धान और गन्ने की फसल के लिए यह बारिश लाभकारी मानी जा रही है।