नयी दिल्ली। कांग्रेस ने ‘आत्मनिर्भर भारत’ से जुड़ी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की घोषणा को ‘एक और जुमला’ करार देते हुए शुक्रवार को कहा कि प्रधानमंत्री को भविष्य की आर्थिक नीति के बारे में बताना चाहिए। पार्टी के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने यह दावा भी किया कि यह सरकार विश्वविद्यालयों में शोध एवं नवोन्मेष पर पर्याप्त धन खर्च नहीं कर रही है, जबकि देश के विकास एवं उसे आत्मनिर्भर बनाने के लिए यह जरूरी है। उन्होंने वीडियो लिंक के माध्यम से संवाददाताओं से कहा, ‘‘इस सरकार में सिर्फ नारे गढ़े जा रहे हैं। आत्मनिर्भरता की बात प्रधानमंत्री कर रहे हैं जो एक और जुमला है।’’
सिब्बल ने यह भी कहा कि जिस 20 लाख करोड़ रुपये के पैकेज की बात हो रही है अगर वह 20 साल में पूरा हो जाए तो बड़ी बात होगी। उन्होंने कहा, ‘‘अगर आप इस देश को आत्मनिर्भर बनाना चाहते हैं तो अपने विश्वविद्यालयों में शोध एवं नवोन्मेष में पैसा लगाना पड़ेगा।’’ उनके मुताबिक प्रधानमंत्री ने भविष्य की आर्थिक नीति की न कोई घोषणा की और न ही उद्योग नीति एवं विनिर्माण नीति का ऐलान किया। पूर्व मानव संसाधन विकास मंत्री सिब्बल ने कहा कि भारत में शोध एवं विकास पर जीडीपी का 0.7 फीसदी खर्च होता है। इस्राइल में चार फीसदी, जर्मनी में तीन फीसदी और कई अन्य देश भी अच्छा खासा खर्च करते हैं।
उन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में चीन और अन्य देशों से आयात तथा निवेश का हवाला देते हुए कहा कि सिर्फ बातें करने से देश आत्मनिर्भर नहीं बनता है। सिब्बल ने कहा कि प्रधानमंत्री और सरकार को आगे की आर्थिक नीति के बारे में बताना चाहिए और यह स्पष्ट करना चाहिए कि आत्मनिर्भता के लिए क्या कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि विश्विद्यालयों में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से जुड़े लोगों एवं उनसे सहमति रखने वालों की नियुक्तियां की जा रही हैं।