By रेनू तिवारी | Jan 26, 2022
चेन्नई। तमिलनाडु के राज्यपाल आर एन रवि ने बुधवार को गणतंत्र दिवस के अवसर पर यहां मरीना बीच फ्रंट पर मुख्यमंत्री एम के स्टालिन की उपस्थिति में राष्ट्रीय ध्वज फहराया। इसके साथ ही राज्य सरकार ने एक झांकी का प्रदर्शन किया जिसे एक केन्द्रीय समिति ने राष्ट्रीय राजधानी में राजपथ की परेड में शामिल करने से मना कर दिया था। कोरोना वायरस वैश्विक महामारी के कारण, मरीना बीच पर गणतंत्र दिवस कार्यक्रम इस साल लगभग केवल 28 मिनट तक चला।
राज्य सरकार ने मंगलवार को एक परामर्श जारी कर आम जनता, बच्चों और वरिष्ठ नागरिकों से कार्यक्रम देखने के लिए मरीना बीच पर जाने से परहेज करने को कहा था। राज्यपाल ने बुधवार सुबह ठीक आठ बजे राष्ट्रीय ध्वज फहराया। झंडा फहराने के बाद वायुसेना के हेलीकॉप्टर ने कार्यक्रम स्थल पर पुष्प बरसाए। स्टालिन ने वीरतापूर्ण प्रदर्शन के लिए वर्दीधारी कर्मियों सहित कई लोगों को विभिन्न पदक प्रदान किए। विंग कमांडर अनुज गुप्ता इस गणतंत्र दिवस परेड के ‘परेड कमांडर’ थे। सशस्त्र बलों, पुलिस और अर्द्धसैनिक बलों की टुकड़ियों द्वारा शानदार मार्च पास्ट के बाद तमिलनाडु सरकार ने गणतंत्र दिवस की झांकी दिखाई, जिसे एक केन्द्रीय समिति ने राष्ट्रीय राजधानी में होने वाली वार्षिक परेड में शामिल करने से मना कर दिया था। इस झांकी में घोड़े पर सवार रानी वेलु नचियार की एक प्रतिमा प्रदर्शित की गई जिनके हाथ में तलवार थी।
इसमें तमिलनाडु के स्वतंत्रता संग्राम को भी चित्रित किया जिसमें वी ओ चिदंबरम पिल्लई और राष्ट्रीय कवि सुब्रमण्यम भारती की भूमिका को चित्रित किया गया। स्टालिन ने पहले घोषणा की थी कि जिस झांकी के प्रस्ताव को केंद्रीय समिति ने अस्वीकृत कर दिया है, उसे बुधवार को तमिलनाडु सरकार के गणतंत्र दिवस समारोह में शामिल किया जाएगा।