By टीम प्रभासाक्षी | Jan 26, 2022
उत्तर प्रदेश में बीजेपी से सपा में शामिल हुए स्वामी प्रसाद मौर्य ने ऐसा दावा किया है जिससे कि वह खुद ही पूरी तरह से फंस गए हैं। दरअसल स्वामी प्रसाद मौर्य ने दावा किया कि योगी सरकार में श्रम मंत्री रहते हुए उन्होंने निजी क्षेत्र में 500,000 लोगों को रोजगार दिया है। उन्होंने माना कि जितना काम श्रमिकों के लिए 2007 से 2017 तक में नहीं हुआ, उससे ज्यादा योगी सरकार के 5 सालों में हुआ।
समाजवादी पार्टी का दामन थाम चुके स्वामी प्रसाद मौर्य आज तक के कार्यक्रम में हल्ला बोल में शामिल हुए थे। इस कार्यक्रम में आरपीएन सिंह के बीजेपी में शामिल होने को लेकर डीबेट चल रही थी। स्वामी प्रसाद मौर्य भी आरपीएन सिंह पर निशाना साध रहे थे। इसी कोशिश में उन्होंने यह बताने की कोशिश की आरपीएन सिंह का सियासी कद उनके सामने बहुत छोटा है। इसी दौरान एंकर द्वारा सवाल किया गया कि उन्होंने सरकार में श्रम मंत्री रहते हुए 5 सालों में क्या-क्या किया।
इस पर मौर्य ने जवाब दिया कहा, श्रम आयोग का गठन 2009 में हुआ था। इसके बाद 2017 तक बस सात लाख श्रमिक लाभार्थी थे। लेकिन 2022 में योगी सरकार में लाभार्थियों की संख्या एक करोड़ पहुंच गई। पूर्व सरकारों के कार्यकाल में सिर्फ 34 लाख श्रमिकों का ही रजिस्ट्रेशन हुआ था लेकिन आज 1.30 करोड़ से भी ज्यादा श्रमिकों का रजिस्ट्रेशन हुआ है।
उन्होंने कहा कि जितना रोजगार पिछले 10 सालों में नहीं दिया गया। उन्होंने श्रम मंत्री रहते हुए 5 लाख से ज्यादा रोजगार दिए। स्वामी प्रसाद मौर्य के इस बयान के बाद बीजेपी ने एक वीडियो शेयर करते हुए पूछा कि जब योगी सरकार ने इतना बढ़िया काम किया तो फिर स्वामी प्रसाद मौर्य सपा में क्यों चले गए।