By अनुराग गुप्ता | Jul 25, 2022
नयी दिल्ली। संसद के दोनों सदनों में महंगाई और जीएसटी को लेकर विपक्षी दलों के सदस्यों ने जमकर हंगामा किया। इसी बीच कांग्रेस के 4 लोकसभा सांसदों पर गाज गिरी। जिसको लेकर कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने सरकार पर विपक्ष की आवाज को धमकाने का आरोप लगाया। दरअसल, लोकसभा में तख्तियां दिखाकर प्रदर्शन करने और आसन की अवमानना करने के मामले में कांग्रेस के चार सांसदों को मौजूदा सत्र की शेष अवधि से निलंबित कर दिया गया।
सरकार ने उठाया क्रूर कदम
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, कांग्रेस के चार सांसदों में मणिकम टैगोर, टी एन प्रतापन, जोतिमणि और राम्या हरिदास शामिल हैं। जिसको लेकर अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि महंगाई के मुद्दे पर विपक्ष एक साथ है। लेकिन सरकार इस पर चर्चा करने से कतरा रही है। सरकार ने इस मुद्दे पर चर्चा करने के बजाय विपक्ष की आवाज को धमकाने के लिए हमारे (चार) सांसदों को निलंबित करने का क्रूर कदम उठाया है।
चर्चा के लिए सहमत है सरकार
केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने विपक्षी सांसदों के हंगामे को लेकर राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से फोन पर बात की और उन्हें जानकारी दी कि वित्त मंत्री की तबीयत खराब है। उन्होंने बताया कि मल्लिकार्जुन खड़गे को स्पष्ट किया है कि वित्त मंत्री की तबीयत खराब है और उनके ठीक होने के बाद सदन में मंहगाई पर चर्चा की जाएगी। हमने उनसे सदन को सुचारू रूप से चलने देने के लिए भी उनसे सहयोग मांगा है।
उन्होंने कहा कि यह मामला वित्त मंत्रालय से जुड़ा है क्योंकि इसमें मंहगाई, जीएसटी आदि चीज़ें हैं और वही (वित्त मंत्री) इसका सही जवाब दे सकती हैं। मेरी वित्त मंत्री से बात हुई है और वे चर्चा के लिए सहमत हैं। वे स्वस्थ होकर इस पर चर्चा करेंगी। विपक्ष खासकर कांग्रेस इस पर चर्चा नहीं चाहती है।