By अंकित सिंह | Aug 10, 2022
बिहार में नीतीश कुमार आज आठवीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने जा रहे हैं। मंगलवार को उन्होंने भाजपा के साथ गठबंधन तोड़ दिया था। इसके बाद अब वह राजद और कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार बनाने जा रहे हैं। भाजपा पूरी तरीके से नीतीश कुमार पर आक्रमक है। भाजपा की ओर से पूर्व उपमुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने भी मोर्चा संभाल लिया। जदयू के पार्टी तोड़ने के आरोपों पर सुशील मोदी ने साफ तौर पर कहा है कि भाजपा किसी को नहीं तोड़ती है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने आज तक किसी को धोखा नहीं दिया है। हमने नीतीश को एक बार नहीं पांच बार बिहार का मुख्यमंत्री बनाया। 17 साल का हमारा संबंध था, लेकिन आपने दोनों बार एक झटके में तोड़ दिया।
सुशील कुमार मोदी कहा कि कहा जा रहा है कि JDU को तोड़ने की कोशिश की जा रही है। शिवसेना का उदाहरण दिया जा रहा है। शिवसेना हमारा सहयोगी दल थोड़ी था, वो वहां सत्ताधारी दल था। हमने सहयोगी दल रहते हुए किसी पार्टी को नहीं तोड़ा। आपको हम तोड़ भी देते तो सरकार कैसे बनती। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि सफेद झूठ कि आरसीपी सिंह को बिना पूछे केंद्र में मंत्री बना दिया गया। अगर बिना पूछे मंत्री बना दिया गया तो 1.5 साल तक वे मंत्री कैसे बने रहे, आप(नीतीश) इतने ताकतवर थे कि एक दिन में उनको हटवा सकते थे। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि 2020 में, हमें नरेंद्र मोदी के नाम पर वोट मिले। अगर हमें नीतीश के नाम पर वोट मिले होते तो हम 150-175 का आंकड़ा पार कर लेते और आप सिर्फ 43 नहीं जीत पाते। जब ऐसा लगा कि स्थिति अच्छी नहीं है, तो नरेंद्र मोदी ने एक दिन में 3-4 रैलियां कीं। 2020 का जनादेश नरेंद्र मोदी के लिए था।
इससे पहले सुशील मोदी ने ट्वीट कर कहा है कि 30 मई,19 को नई सरकार के गठन के समय शिव सेना,JDU के 1-1 मंत्री बनाने का निर्णय हुआ। तब नीतीशजी ने कहा हमारी पार्टी में नाम पर एकमतता नहीं है। अभी छोड़ दीजिए। 7 जुलाई,21 को जब विस्तार हुआ तो उन्होंने एक नाम RCP का दिया। अब कह रहे हैं भाजपा ने अपने मन से बना दिया। भाजपा द्वारा नीतीश कुमार के खिलाफ प्रदर्शन में शाहनवाज़ हुसैन ने कहा कि नीतीश जी के साथी अच्छे नहीं हैं।...'अच्छा सिला दिया हम लोगों के प्यार का' ये तो बड़ी गलत बात है। जब भी मिले कभी आभास नहीं हुआ कि वे छोड़ कर जाएंगे। लोकसभा के चुनाव में 40 सीट भाजपा जीतेगी।