By अंकित सिंह | Sep 26, 2022
2024 चुनाव को लेकर विपक्षी एकता को मजबूत करने की होड़ लगी हुई है। इसी कड़ी में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के लगे हुए हैं। नीतीश कुमार रविवार को राष्ट्रीय लोक दल द्वारा आयोजित एक रैली में शामिल हुए थे। इसके बाद लालू प्रसाद यादव के साथ उन्होंने सोनिया गांधी से मुलाकात की थी। अब भाजपा की ओर से इस पर पलटवार आया है। भाजपा ने साफ तौर पर कांग्रेस को डूबता हुआ जहाज बताया है। साथ ही साथ है चौटाला की रैली को भी फ्लॉप बता दिया है। भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी ने कहा कि देवीलाल की जयंती के बहाने विपक्षी एकता के लिए हरियाणा में आयोजित ओमप्रकाश चौटाला की सम्मान रैली फ्लॉप शो साबित हुई।
सुमो ने कहा कि इसमें विपक्ष शासित दर्जन भर राज्यों में से नीतीश कुमार के अलावा कोई मुख्यमंत्री शामिल नहीं हुआ। जिन 17 प्रमुख नेताओं को न्योता दिया गया, उनमें से केवल पांच पहुँचे। उन्होंने कहा कि दक्षिणी राज्यों के मुख्यमंत्रियों में केसीआर, विजयन, एमके स्टालिन तो दूर, उत्तरी राज्यों के केजरीवाल, अशोक गहलोत, ममता बनर्जी ने भी चौटाला से दूरी बनाए रखी। मोदी ने आगे कहा पटना में केसीआर से मिलने और दिल्ली में आधा दर्जन नेताओं से नीतीश कुमार की ताजा मुलाकात कोई काम न आयी। वे अपने मिशन में फिर फेल हुए। मोदी ने यह भी कहा कि पड़ोसी राज्य यूपी से अखिलेश यादव, मायावती ने भी चौटाला के मंच पर जाना ठीक नहीं समझा।
सोनिया गांधी से नीतीश और लालू की मुलाकात पर उन्होंने कहा कि जब कांग्रेस खुद डूब रही हो, तब सोनिया गांधी से नीतीश कुमार और लालू प्रसाद की भेंट से कुछ बनने-बिगड़ने वाला नहीं। कांग्रेस की सत्ता केवल दो राज्यों में बची है। मोदी ने कहा कि सम्मान रैली के आयोजक ओम प्रकाश चौटाला को शिक्षक भर्ती घोटाले में 10 साल की सजा हुई। वे जमानत पर हैं और आय से अधिक सम्पत्ति के मामले में फिर जेल जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि जेल और बेल के बीच झूलते नेता प्रधानमंत्री मोदी की लोकप्रियता को कोई चुनौती नहीं दे पाएँगे। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि यदि कांग्रेस को प्रधानमंत्री पद के लिए नीतीश कुमार या कोई और स्वीकार्य होता, तो राहुल गाँधी पदयात्रा क्यों कर रहे होते?