By रेनू तिवारी | Sep 08, 2020
सुशांत सिंह राजपूत केस में सीबीआई जांच में रिया चक्रवर्ती अपने बचाव में कानूनी दाव-पेंच खेल रही हैं। सोमवार को रिया चक्रवर्ती ने सुशांत की बहन प्रियंका और कुछ डॉक्टर्स के खिलाफ मुंबई पुलिस में एफआईआर दर्ज करवायी हैं। सुशांत के परिवार के वकील विकास सिंह ने इसे बेबुनियाद कहा है और साथ ही यह भी कहा है कि सीबीआई जांच में बाधा डालने के लिए रिया चक्रवर्ती ने ऐसा किया है। रिया के वकील के बाद सुशांत सिंह राजपूत की बहन ने भी सोशल मीडिया पर इस शिकायत को लेकर कमेंट किया है।
सुशांत सिंह राजपूत की चार बहनों में से एक बहन श्वेता सिंह कीर्ति ने रिया चक्रवर्ती की अपनी बहन प्रियंका और मीतू सिंह के खिलाफ शिकायत को 'फर्जी' बताया है। उन्होंने ट्वीट किया कि उनके परिवार के दृढ़ संकल्प को कोई भी नहीं रोक सकता। श्वेता सिंह कीर्ति सोशल मीडिया पर रिया चक्रवर्ती की एफआईआर का जवाब दिया है। अपने ट्वीट में उन्होंने एक समाचार वीडियो पर प्रतिक्रिया देते हुए लिखा "कुछ भी नहीं होने वाला है, हमें निश्चित रूप से नकली प्राथमिकी से कोई डर नहीं है!"
आपको बता दें कि दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की गर्लफ्रेंड रिया चक्रवर्ती की शिकायत पर मुंबई पुलिस ने राजपूत की बहनों और डॉक्टर के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। रिया ने आरोप लगाया कि बिना परामर्श उन्होंने राजपूत के लिए दवा निर्धारित की। अधिकारी ने मंगलवार को इसकी जानकारी दी। अधिकारी ने बताया कि सुशांत की बहनों - प्रियंका सिंह, मीतू सिंह,दिल्ली के डॉक्टर तरुण कुमार एवं अन्य के खिलाफ मंगलवार को यहां मामला दर्ज किया गया। उन्होंने बताया कि मुंबई के बांद्रा पुलिस थाने में भारतीय दंड संहिता और एनडीपीएस अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है।
रिया ने पुलिस को दी शिकायत में भादंसं,एनडीपीएस और टेलीमेडिसीन इलाज दिशानिर्देश के तहत प्राथमिकी दर्ज करने की मांग की थी। रिया ने प्रियंका पर उन्हें तंग करने का भी आरोप लगाया है। रिया ने आरोप लगाया है कि प्रियंका सिंह, दिल्ली स्थित राम मनोहर लोहिया अस्पताल के डॉक्टर तरुण सिंह और अन्य ने 34 वर्षीय अभिनेता के तनाव का इलाज करने के लिए फर्जीवाड़ा कर दवा की फर्जी पर्ची बनाई। उल्लेखनीय है कि सुशांत 14 जून को मुंबई सके उपनगर बांद्रा स्थित अपने फ्लैट में मृत मिले थे। मुंबई पुलिस के प्रवक्ता ने बताया कि उच्चतम न्यायालय के आदेश के अनुसार मामले को केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) को आगे की जांच के लिए सौंप दिया गया है।