By अंकित सिंह | Jun 14, 2022
नेशनल हेराल्ड केस में मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े एक मामले में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से आज भी प्रवर्तन निदेशालय पूछताछ करेगी। राहुल गांधी से ईडी की पूछताछ के खिलाफ कांग्रेस लगातार सरकार पर हमलावर है। आज एक बार फिर से कांग्रेस ने सुबह सवेरे मोदी सरकार और भाजपा पर जबरजस्त तरीके से निशाना साधा। कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस किया। प्रेस कॉन्फ्रेंस में सुरजेवाला ने कहा कि मोदी सरकार व BJP राहुल जी व कांग्रेस से इसलिए डर गई है क्योंकि जब चीन ने हमारे जमीन पर कब्ज़ा किया और हमारे जवान शहीद हुए तब PM ने सर्वदलीय बैठक में कहा कि हमारे यहां न कोई घुसा और न कोई आया है,तब राहुल जी ने इस झूठ को घेरा और देश के लिए आवाज़ उठाई।
सुरजेवाला ने आगे कहा कि महंगाई से हो रही जनता की बदहाली पर राहुल गांधी जी ने लगातार सरकार को घेरा है और सरकार के पास इसका जवाब नहीं इसलिए सरकार को राहुल गांधी से परेशानी है। उन्होंने सवाल किया कि आखिर मोदी सरकार या बीजेपी के निशाने पर राहुल गांधी जी और कांग्रेस क्यों है?, ईडी की कार्रवाई क्या जनता के मुद्दे उठाने वाली मुखर आवाज़ को दबाने का षड्यंत्र हैं? केवल राहुल गांधी जी पर इतने हमलावर क्यों हैं? इन सवालों का जवाब देश को जानना जरूरी है। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि यह हमला उस निर्भीक आवाज़ पर है। जनता के मुद्दों पर है। बेरोज़गारों, गरीबों, छोटे दुकानदारों व व्यापारियों, मध्यम वर्ग व नौकरीपेशा, महिलाओं, दलितों, पिछड़ों व आदिवासियों के अधिकारों व संविधान से जुड़े सवालों पर है।
कांग्रेस नेता ने कहा कि भाजपाई सत्ता की एजेंसियों के डर से कितने ही लोगों ने समझौता कर, माफ़ीनामा देकर भाजपा में प्रवेश कर लिया। अब वो दूध के धुले हो गए हैं। कितनों ने घुटने टेक दिए। लेकिन राहुल गांधी ही हैं, जिन्होंने सरकार की आँख में आँख डालकर जनता के सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि क्रोनोलॉजी समझें- मोदी सरकार ने बौखला कर ‘‘इलेक्शन मैनेजमेंट डिपार्टमेंट’’ - ED के पीछे छिप सत्यनिष्ठा की आवाज पर हमला बोला है। ये हमला विपक्ष की उस निर्भीक आवाज़ पर है, जो जनता के सवालों को सरकार के सामने दृढ़ता से रखती है। नरेंद्र मोदी पर हमला करते हुए सुरजेवाला ने कहा कि प्रधानमंत्री जी कभी प्राइवेट कंपनियों के नुमाइंदे बन फ्रांस में राफेल का ठेका दिलवाते हैं, तो कभी श्रीलंका में बिजली का ठेका देने का दबाव डालते हैं। राहुल गांधी ने मुट्ठीभर उद्योगपतियों और मोदी सरकार के इस गठजोड़ को बेनकाब किया।