Mob Lynching पीड़ितों को मिले मुआवजा, सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र और 6 राज्यों से जवाब मांगा

By अभिनय आकाश | Jul 29, 2023

सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को एक जनहित याचिका (पीआईएल) पर केंद्र और छह राज्यों के पुलिस प्रमुखों को नोटिस जारी किया, जिसमें मुसलमानों के खिलाफ गोरक्षा और मॉब लिंचिंग की बढ़ती घटनाओं का आरोप लगाया गया है। जनहित याचिका में पिछले दो महीनों में सामने आए छह मामलों में पीड़ितों के लिए मुआवजे की भी मांग की गई है और 2018 तहसीन पूनावाला मामले में इस तरह की रोकथाम और अंकुश लगाने के लिए शीर्ष अदालत के दिशानिर्देशों के बावजूद मुस्लिमों के खिलाफ भीड़ की हिंसा, विशेष रूप से गोरक्षकों द्वारा की गई हिंसा पर चिंता जताई गई है। 

इसे भी पढ़ें: सुप्रीम कोर्ट ने आश्चर्य व्यक्त करते हुए हाई कोर्ट के फैसले को किया रद्द, इसे स्व-विरोधाभासी बताया

पीठ ने वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल से कहा कि हम नोटिस जारी करेंगे। इस याचिका में छह अलग-अलग राज्यों से सामने आए मॉब लिंचिंग और गौरक्षकों के छह मामले पेश किए गए हैं। सिब्बल ने महिला निकाय की याचिका पर बहस करते हुए कहा कि यदि मैं उच्च न्यायालयों में जाता हूँ, तो अंततः मुझे क्या मिलेगा? मुझे 10 साल बाद 2 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाएगा. फिर हम कहां जाएं। मामले में परिवार के पुरुष सदस्यों की पीट-पीट कर हत्या कर दिए जाने के बाद मुस्लिम महिलाओं को उसके हाल पर छोड़ दिए जाने का मुद्दा उठाया गया था।

इसे भी पढ़ें: Pakistan: सुप्रीम कोर्ट ने इमरान खान की याचिका की खारिज, तोशाखाना मामले में कार्यवाही रोकने को लेकर की थी अपील

याचिका में पीड़ितों को मुआवजे के रूप में न्यूनतम एक समान राशि का भुगतान करने की प्रार्थना की गई, जिसका एक हिस्सा पीड़ित परिवारों को उनकी तत्काल जरूरतों को पूरा करने में मदद करने के लिए अग्रिम भुगतान किया जाना चाहिए। पीठ ने सिब्बल से कहा कि आपने उच्च न्यायालय जाने के लिए कहने के हमारे सवाल को टाल दिया। अनुभवी वकील ने उत्तर दिया कि ऐसे ही एक मामले में आपने मुझसे उच्च न्यायालय जाने के लिए कहा था इसलिए मुझे यह पता था और मैंने पहले ही इसकी योजना बना ली थी।

प्रमुख खबरें

जिनकी आंखें नहीं, वे भी देख सकेंगे दुनिया, एलन मस्क के कौन से नए डिवाइस को मिली FDA की मंजूरी

भारत के हम बहुत आभारी हैं...50 मिलियन डॉलर की मदद पाकर गदगद हुआ मालदीव, बताने लगा अच्छा दोस्त

Duplicate Vehicle RC: कैसे हासिल करें डुप्लीकेट आरसी, जानें ऑनलाइन और ऑफलाइन बनवाने का तरीका

कठिन हुई कनाडा की राह, ट्रूडो ने कर दी 35% स्टूडेंट वीजा कटौती, जानें भारत पर क्या पड़ेगा प्रभाव