By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Aug 07, 2020
नयी दिल्ली। केन्द्र ने अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत मौत के मामले में अभिनेत्री रिया चक्रवती की याचिका में पक्षकार बनने के लिये उच्चतम न्यायालय में शुक्रवार को एक आवेदन दाखिल किया क्योंकि पटना में दर्ज करायी गयी प्राथमिकी की जांच का मामला अब केन्द्रीय जांच ब्यूरो को सौंप दिया गया है। कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग ने रिया चक्रवती की लंबित याचिका में दायर अपने आवेदन में कहा है, ‘‘यह जांच (पटना) सीबीआई को स्थानांतरित किये जाने से यह स्पष्ट है कि केन्द्र सरकार एक कार्यवाही में एक जरूरी और उचित पक्षकार है।’’ रिया चक्रवर्ती ने सुशांत सिह राजपूत के पिता कृष्ण किशोर सिंह द्वारा पटना के राजीव नगर थाने में दर्ज करायी गयी प्राथमिकी मुंबई स्थानांतरित करने के लिये उच्चतम न्यायालय में याचिका दायर कर रखी है।
राजपूत के पिता ने अपनी प्राथमिकी में रिया चक्रवर्ती और छह अन्य व्यक्तियों के खिलाफ अपने बेटे को आत्महत्या के लिये उकसाने सहित कई अपराधों के आरोप लगाये हैं। केन्द्र ने यह आवेदन कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग के सचिव सत्य प्रकाश राम त्रिपाठी के माध्यम से दायर किया गया है। केन्द्र ने अपने आवेदन में कहा है, ‘‘मौजूदा स्थानांतरण याचिका दायर होने के बाद के घटनाक्रम की वजह से इसमें पक्षकार बनने के लिये आवेदन दाखिल करना जरूरी हो गया है।’’ आवेदन में कहा गया है, ‘‘यह रिकार्ड पर लाया गया है कि बिहार सरकारने चार अगस्त की अधिसूचना के माध्यम से पटना में दर्ज प्राथमिकी की जांच और इसके बाद की सारी कार्यवाही सीबीआई को सौंपने के लिये केन्द्र को अपनी सहमति दी है। आवेदन में कहा गया है कि कामिक और प्रशिक्षण विभाग ने इस मामले की सीबीआई जांच के लिये बिहार सरकार की सिफारिश के एक दिन बाद पांच अगस्त को अधिसूचना जारी कर दी है।
आवेदन में कहा गया है, ‘‘न्याय के हित में पक्षकार बनना है और मौजूदा स्थानांतरण याचिका में इससे कोई भी पक्षकार प्रभावित नहीं होगा।’’ केन्द्र ने इससे पहले न्यायालय को सूचित किया था कि राजपूत के पिता द्वारा पटना में दर्ज करायी गयी प्राथमिकी की जांच सीबीआईको सौंपने की बिहार सरकार की सिफारिश उसने स्वीकार कर ली है। 34 वर्षीय सुशांत सिंह राजपूत 14 जून को मुंबई के उपनगर बांद्रा में अपने मकान की छत से लटके मिले थे। इसके बाद से मुंबई पुलिस इस मामले की विभिन्न पहलुओं से पड़ताल कर रही है और अब तक कम से कम 56 व्यक्तियों के बयान दर्ज कर चुकी है। इस मामले में पहले ही सुशांत सिंह राजपूत के पिता, बिहार सरकार और महाराष्ट्र सरकार ने कैविएट दायर की थीं। न्यायलाय ने पांच अगस्त को इन सभी को तीन दिन के भीतर अपने जवाब दाखिल करने के निदेश दिये थे। बिहार सरकार ने शुक्रवार को इस मामले में अपना हलफनामा दाखिल कर दिया था।