सुप्रीम कोर्ट के जज ने कहा- प्रवासी श्रमिकों की वापसी गरीबी, भेदभाव को बढ़ाएगी

By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Jun 05, 2020

नयी दिल्ली। उच्चतम न्यायालय के न्यायमूर्ति एन वी रमन ने बृहस्पतिवार को कहा कि कोरोना वायरस वैश्विक महामारी के कारण पैदा हुए संकट के बीच सबसे बड़ी समस्या ‘‘प्रवासी श्रमिकों की घर’’ वापसी है और इससे ‘‘गरीबी, असमानता और भेदभाव’’ बढ़ेगा। न्यायमूर्ति रमन ने राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा अयोजित एक वेबिनार में कहा कि कोरोना वायरस से निपटने के लिए लागू किए गए लॉकडाउन के कारण पारिवारिक हिंसा एवं बाल उत्पीड़न की घटनाएं भी बढ़ी हैं। 

इसे भी पढ़ें: कर्नाटक सरकार ने अधिकारियों और विभागों से कहा- सरकारी दस्तावेजों में दलित नाम का इस्तेमाल करने से बचें

उन्होंने कहा कि लॉकडाउन लागू होने के बाद हजारों लोगों की मौत हो गई और बड़ी संख्या में लोगों की आजीविका छिन गई तथा बड़ी संख्या में प्रवासी श्रमिकों ने अपने घरों की ओर पलायन किया। न्यायमूर्ति रमन ने कहा, ‘‘इस वैश्विक महामारी ने हमारे सामने कई समस्याएं पैदा कर दी हैं। इनमें सबसे बड़ी समस्या प्रवासी श्रमिकों की घर वापसी है। व्यापक स्तर पर प्रवासी श्रमिकों की घर वापसी से गरीबी, असमानता और भेदभाव बढ़ेगा।

प्रमुख खबरें

क्रिसमस कार्यक्रम में पीएम मोदी हुए शामिल, कहा- राष्ट्रहित के साथ-साथ मानव हित को प्राथमिकता देता है भारत

1 जनवरी से इन स्मार्टफोन्स पर नहीं चलेगा WhatsApp, जानें पूरी जानकारी

मोहम्मद शमी की फिटनेस पर BCCI ने दिया अपडेट, अभी नहीं जाएंगे ऑस्ट्रेलिया

अन्नदाताओं की खुशहाली से ही विकसित भारत #2047 का संकल्प होगा पूरा