By रितिका कमठान | Mar 18, 2025
अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा की एस्ट्रोनॉट सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर मंगलवार यानी 18 मार्च को धरती पर लौटने वाले है। नौ महीनों तक अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) पर फंसे रहने के बाद आज पृथ्वी पर वापसी की उनकी यात्रा शुरू हो गई है।
नासा ने पृथ्वी की ओर की यात्रा के लिए लाइव कवरेज भी किया है। इसमें सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर को मंगलवार को सुबह पृथ्वी की ओर 17 घंटे की यात्रा शुरू करने के लिए अपना सामान पैक करने और हैच बंद करने से पहले स्टेशन पर अपनी अंतिम तस्वीरों के लिए पोज देते हुए दिखाया गया।
आईएसएस से अपनी अनडॉकिंग के बाद, अंतरिक्ष यात्री मंगलवार शाम 5:57 बजे मैक्सिको की खाड़ी में उतरेंगे। इस लैंडिंग के लिए सटीक स्थान स्थानीय मौसम की स्थिति पर निर्भर करेगा। बता दें कि धरती पर लौटने के बाद दोनों ही अंतरिक्ष यात्रियों को कुछ दिनों के लिए नियमित पोस्ट-मिशन मेडिकल जांच के लिए नासा के जॉनसन स्पेस सेंटर ले जाया जाएगा।
बता दें कि नासा के अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर एलन मस्क के स्पेसएक्स के क्रू ड्रैगन कैप्सूल से धरती पर वापसी करने वाले है। दोनों ही अंतरिक्ष यात्री पिछले वर्ष नासा द्वारा तैयार की गई योजना का हिस्सा है, जो जून में उन्हें स्टेशन तक ले जाने वाले बोइंग स्टारलाइनर कैप्सूल की विफलता के बाद तैयार की गई थी।
नासा के अंतरिक्ष यात्री निक हेग और रूसी अंतरिक्ष यात्री अलेक्सांद्र गोरबुनोव, क्रू-9 के अन्य दो सदस्य, सितंबर में दो खाली सीटों वाले क्रू ड्रैगन यान से आईएसएस के लिए उड़ान भरी थी। वे मंगलवार की वापसी यात्रा में विल्मोर और विलियम्स के साथ शामिल हुए। गौरतलब है कि नासा ने पहले क्रू-9 को बुधवार रात को वापस लाने की योजना बनाई थी, लेकिन सप्ताह के अंत में प्रतिकूल मौसम के कारण क्रू ड्रैगन कैप्सूल की वापसी जटिल हो जाती, जिसके कारण एजेंसी ने वापसी की यात्रा को मंगलवार तक के लिए टाल दिया।
सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर मिशन बोइंग अंतरिक्ष इकाई के लिए झटका
अंतरिक्ष स्टेशन से प्रस्थान "बुच और सुनी" की लंबी गाथा के बहुप्रतीक्षित अंत की शुरुआत है, जो बोइंग स्टारलाइनर अंतरिक्ष यान के साथ एक महत्वपूर्ण परीक्षण मिशन का हिस्सा थे। शुरू में मिशन के आठ दिन चलने की उम्मीद थी। विल्मोर और विलियम्स जून में कैप्सूल के लिए एक परीक्षण उड़ान में स्टारलाइनर को उड़ाने वाले पहले चालक दल थे।