By अंकित सिंह | Sep 21, 2023
जस्टिन ट्रूडो के नेतृत्व वाले कनाडा के साथ भारत की कूटनीतिक लड़ाई तेज हो गई है और लाखों भारतीयों का डर भी बढ़ गया है। कनाडा में भारतीय छात्र समुदाय बेचैन और परेशान है और जो वहां पढ़ने की योजना बना रहे हैं वे चिंतित हैं। इसका असर पंजाब पर सबसे ज्यादा हो रहा है। भारत-कनाडा विवाद पर अकाली दल अध्यक्ष और सांसद सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि भारत और कनाडा के बीच मौजूदा हालात का असर अब कनाडा में रहने वाले भारतीय मूल के लोगों पर पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि लोगों में दहशत जैसी स्थिति बन रही है। भारत सरकार को जल्द ही कोई समाधान निकालना चाहिए। मैंने गृह मंत्री अमित शाह से यह अनुरोध किया है।
अकाली दल के नेता ने आगे कहा कि कनाडा में पढ़ाई कर रहे भारत के कई छात्र इस बात से चिंतित हैं कि अगर उनका वीजा खारिज कर दिया गया तो क्या होगा। मुझे छात्रों के कई फोन आए कि कनाडा में उनकी पढ़ाई का क्या होगा। ये दहशत बढ़ती जा रही है और इस पर व्यापक प्रतिक्रिया होगी। भारत ने बृहस्पतिवार को कनाडा के लिए अपनी वीजा सेवाएं ‘‘अगले नोटिस तक स्थगित’’ कर दी हैं। जून में खालिस्तानी अलगाववादी नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारतीय एजेंटों की ‘संभावित’ संलिप्तता के कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के आरोपों के बाद दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंधों में गिरावट के बीच यह कदम उठाया गया है।
विदेश मंत्रालय ने कनाडा में सिख अलगाववादी की हत्या को लेकर कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के भारत के खिलाफ लगाए आरोपों पर कहा : काफी हद तक पूर्वाग्रह हैं। भारत ने इसे राजनीति से प्ररित बताय है। विदेश मंत्रालय ने कहा है कि कनाडा में भारतीय उच्चायोग, वाणिज्य दूतावास वीजा आवेदन से जुड़ी प्रक्रिया को आगे बढ़ाने असमर्थ है क्योंकि सुरक्षा मुद्दों के कारण कामकाज बाधित हुआ है। इसके साथ ही कहा गया है कि हमने कनाडा की धरती से संचालित की जा रही भारत विरोधी गतिविधियों के बारे में कनाडा को विशिष्ट जानकारी उपलब्ध कराई थी