By अंकित सिंह | Jul 31, 2024
भाजपा के राज्यसभा सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने पार्टी के लोकसभा सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर का बचाव करते हुए कहा कि उनकी जाति संबंधी टिप्पणी किसी व्यक्ति को लक्षित नहीं थी क्योंकि उन्होंने किसी का नाम नहीं लिया था। अनुराग ठाकुर ने मंगलवार को लोकसभा में कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर परोक्ष हमला बोलते हुए कहा, ''जिसकी जाति नहीं पता वह जनगणना की बात कर रहे हैं।'' इसके तुरंत बाद, सदन में हंगामा शुरू हो गया और अध्यक्ष ने राहुल को जवाब देने की अनुमति देने के लिए ठाकुर को बैठने का आदेश दिया, और विपक्षी सांसद को वेल से बाहर जाने और अपने नेता को बोलने देने को कहा।
सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि अनुराग ठाकुर ने किसी का नाम नहीं लिया तो फिर इसे अपने ऊपर कौन ले रहा है?...INDI गठबंधन में बेहद असमंजस की स्थिति है। अखिलेश यादव हमसे पूछते हैं कि हम किसी से उसकी जाति कैसे पूछ सकते हैं, तो वे कहते हैं कि वे पूरे देश की जाति पूछना चाहते हैं। उन्होंने आगे कहा कि उन्हें स्पष्ट करना चाहिए कि वे पूछना चाहते हैं या नहीं... वे इसे (जाति आधारित जनगणना) क्यों नहीं करा रहे हैं जहां वे हिमाचल, तेलंगाना, कर्नाटक, पंजाब या पश्चिम बंगाल जैसी सत्ता में हैं? कर्नाटक में तो हो चुका है, डेटा क्यों जारी नहीं कर रहे? उन्होंने तंज सकते हुए कहा कि विपक्ष में होड़ मची है कि संसद में कौन ज्यादा हंगामा कर सकता है।
राहुल गांधी पर हमला बोलते हुए त्रिवेदी ने कहा कि मैं राहुल गांधी से पूछना चाहता हूं कि संसद में राजीव गांधी ने मंडल कमीशन का विरोध किया था और कहा था कि कांग्रेस जाति में विश्वास नहीं करती है। उन्होंने इसे ब्रिटिश काल का सांप्रदायिक पुरस्कार भी बताया। एक नारा हुआ करता था, 'जात पर, न पात पर, इंदिरा जी की बात पर, मोहर लगेगी हाथ पर'। राहुल गांधी इसे क्या लेकर आए? उन्होंने तंज भरे लहजे में कहा कि 'आज पुरखों की बात को रख के लात पे, पार्टी को ले आए फुटपाथ पर'...।'