By अंकित सिंह | Sep 24, 2022
केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह बिहार दौरे पर हैं। उन्होंने बिहार में आजादी के अमृत महोत्सव पर आयोजित 'सुन्दर सुभूमि' कार्यक्रम को संबोधित किया। अपने संबोधन में अमित शाह ने कहा कि आजादी का अमृत महोत्सव एक ऐसा पल है जो इतिहास में दोबारा नहीं आएगा। समय आगे बढ़ता है, इसलिए बीता हुआ पल वापस नहीं आता है। हम सभी बहुत सौभाग्यशाली हैं कि हम उस वर्ष में हैं, जिस वर्ष को आजादी के अमृत महोत्सव के रूप में जाना जाता है। उन्होंने कहा कि 2014 से पहले दुनिया की अर्थतंत्र की तालिका में भारत 11वें स्थान पर था। आज आजादी के अमृत महोत्सव में भारत पांचवें स्थान पर आ गया है।
वरिष्ठ भाजपा नेता ने कहा कि भारत ने दुनिया को बताया है कि 75 वर्ष में हमने हमारे पुरुषार्थ से, धैर्य से और सही मार्ग से आगे निकलकर दिखाया है। जो कहते थे कि अगर अंग्रेज चले जाएंगे तो देश बिखर जाएगा, मगर उसी अंग्रेजों के देश से आगे निकलकर आज हिंदुस्तान ने आजादी को सार्थक करने का काम किया है। अपने संबोधन में अमित शाह ने कहा कि ये अमृत काल देश की जनता को लक्ष्य तय करने का काल है। देश के सभी युवाओं से कहना चाहता हूं कि देश के लिए आप अपने जीवन का एक लक्ष्य जरूर तय कर लेना, एक संकल्प जरूर ले लेना। वहीं, अमित शाह ने भारत-नेपाल सीमा की फतेहपुर बॉर्डर आउटपोस्ट (BOP) पर सशस्त्र सीमा बल के बहादुर कर्मियों के साथ संवाद किया।
सवाद के दौरान उन्होंने कहा कि सशस्त्र सीमा बल के बहादुर जवानों ने अपने साहस और पराक्रम से एक लंबी लड़ाई लड़कर देश के पूर्वी क्षेत्रों से वामपंथी उग्रवाद को जड़ से समाप्त करने में अतुलनीय योगदान दिया है। सशस्त्र बलों के त्याग, समर्पण व बलिदान को कृतज्ञ राष्ट्र कभी भुला नहीं पाएगा। गृह मंत्री ने कहा कि मोदी जी ने प्रधानमंत्री बनने के बाद सीमा पर आधुनिक इन्फ्रास्ट्रक्चर को बढ़ावा देकर सीमाओं की सुरक्षा के प्रति अपने संकल्प को दर्शाया है। 2008-2014 तक सीमा इन्फ्रास्ट्रक्चर का जो बजट मात्र ₹23700 करोड़ था उसे बढ़ाकर नरेंद्र मोदी जी ने 2014-2020 में ₹44600 करोड़ किया है। इसके अलावा केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह किशनगंज में एसएसबी, बीएसएफ और आईटीबीपी के डीजी के साथ सीमा सुरक्षा की समीक्षा की।