By अभिनय आकाश | Sep 23, 2024
पाकिस्तान में आतंकी हमले की एक हैरतअंगेज घटना ने पूरी दुनिया को हैरान कर दिया है। भारत के पड़ोस में ऐसा कांड हो गया जिसमें किसी का ध्यान नहीं गया है। पाकिस्तान में 12 देशों के डिप्लोमेट्स पर जानलेवा हमला हुआ है। आपको बता दें कि किसी भी देश के डिप्लोमैट पर हमला उस देश पर हमला माना जाता है। पाकिस्तान में 12 देशों पर हमला हुआ है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि ये खतरनाक हमला पाकिस्तान ने ही कराया है। कुछ ऐसे तथ्य सामने आए हैं जो पाकिस्तान को बुरी तरह से फंसा सकते हैं। जिन डिप्लोमैट्स पर पाकिस्तान में हमला हुआ है उसमें से एक रूस के राजदूत थे। एक्सपर्ट्स का मानना है कि पाकिस्तान में छोटे से छोटे धमाके की जिम्मेदारी लेने की होड़ मच जाती है। मगर 12 डिप्लोमैट्स पर इतना बड़ा हमला हो गया और किसी ने भी इसकी जिम्मेदारी नहीं ली है।
मजे की बात ये है कि पाकिस्तान पर रोजाना हमले करने वाले तहरीक ए तालिबान पाकिस्तान यानी टीटीपी ने तुरंत बोल दिया कि उनका डेप्लोमैट वाली घटना से कोई लेना देना नहीं है। तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान के प्रवक्ता मोहम्मद खुरासानी ने काफिले के साथ चल रहे पुलिस वाहन पर हमला करने की बात से इनकार किया है। उसने साफ कहा है कि इस हमले में उनका हाथ नहीं है।
दरअसल, पाकिस्तान में आतंकवादी खुदको सरकार से भी ज्यादा सुरक्षित महसूस करते हैं। पाकिस्तान की धरती पर आतंकी संगठनों की जड़े इतनी गहरे हैं कि लोग भी वहां खुद को सुरक्षित महसूस नहीं करते हैं। अब तो वहां विदेशी राजनयिक भी महफूज नहीं है।पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि यह धमाका रिमोट के जरिए किया गया और काफिला इस्लामाबाद से स्वात जिले के खूबसूरत पहाड़ी इलाके मालम जब्बा की ओर जा रहा था। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि सभी राजनयिक सुरक्षित हैं। काफिले में रूस, वियतनाम, बोस्निया एवं हर्जेगोविना, इथियोपिया, रवांडा, जिम्बाब्वे, इंडोनेशिया, उज्बेकिस्तान, तुर्कमेनिस्तान, कजाकिस्तान और पुर्तगाल के राजनयिक शामिल थे। पुलिस अधिकारी ने कहा, सभी राजनयिक पूरी तरह सुरक्षित हैं। विस्फोटक उपकरण से सुरक्षा ड्यूटी पर तैनात पुलिस के काफिले को निशाना बनाया गया। अस्पताल के अधिकारियों ने बताया कि तीनों घायल पुलिसकर्मियों की हालत गंभीर है।