By अनुराग गुप्ता | Aug 19, 2021
कोलकाता। भाजपा नेता ने नोबेल पुरस्कार विजेता रवींद्रनाथ टैगोर के रंग को लेकर टिप्पणी की। जिसके बाद विवाद खड़ा हो गया। इस पर तृणमूल कांग्रेस काफी ज्यादा नाराज दिखाई दी। दरअसल, केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता सुभाष सरकार ने कहा कि रवींद्रनाथ टैगोर की मां ने बचपन में उन्हें गोद में इसलिए नहीं लिया क्योंकि उनका रंग गोरा नहीं था। वहीं, पार्टी ने सुभाष सरकार के बयान का बचाव भी किया। उन्होंने कहा कि उनकी टिप्पणी नस्लवाद के खिलाफ थी।
केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री ने रवींद्रनाथ टैगोर द्वारा स्थापित विश्व भारती विश्वविद्यालय की यात्रा के दौरान यह टिप्पणी की। मंत्री ने छोटी संख्या में मौजूद लोगों के समक्ष कहा कि टैगोर परिवार के अन्य सदस्यों का रंग चमकदार पीला गोरा था। उन्होंने कहा कि टैगोर गोरे थे लेकिन उनकी त्वचा पर लाल रंग की आभा थी।
भाजपा नेता ने कहा कि दो तरह की गोरी त्वचा वाले लोग होते हैं। एक जो पीले रंग की आभा के साथ बहुत गोरे होते हैं और दूसरे जो गोरे होते हैं लेकिन लाल रंग की आभा का प्रभाव होता है। टैगोर दूसरी श्रेणी के थे। सुभाष सरकार ने कहा कि टैगोर का रंग अधिक गोरा नहीं होने के कारण उनकी मां और परिवार के कई अन्य सदस्य रवींद्रनाथ टैगोर को गोद में नहीं लेते थे।भाजपा नेता की इस टिप्पणी के बाद बवाल मच गया। तृणमूल कांग्रेस ने इसे राज्य की शख्सियत का अपमान करार दिया। जबकि शिक्षाविदों और राजनेताओं ने टिप्पणी की निंदा की।