By अभिनय आकाश | Sep 06, 2022
वैसे तो राष्ट्रपति भवन से लेकर इंडिया गेट तक जाने वाली सड़क को अब तक पूरा देश राजपथ के नाम से जानता है। लाइन में अब तक जोड़ने के पीछे की वजह आगे बताएंगे। इसी सड़क पर हर साल देश अपने गणतंत्र की शक्ति और साहस का प्रदर्शन परेड के आयोजन के माध्यम से करता है। आज़ादी से पहले इस मार्ग को 'किंग्स वे' कहा जाता था, जिसका अर्थ है- राजा के गुज़रने का रास्ता। आज़ादी के बाद इसका नाम राजपथ कर दिया गया। लेकिन अब मोदी सरकार ने राष्ट्रपति भवन से नई दिल्ली में इंडिया गेट तक फैले राजपथ और सेंटर विस्टा लॉन का नाम बदलकर कार्तव्य पथ करने का ऐलान कर दिया है। कहा जा रहा है कि जब से प्रधानमंत्री मोदी की तरफ से लाल किले की प्राचीर से गुलामी की हर चीज से मुक्ति की बात कही गई थी। तभी से राजपथ के नाम को बदलने पर मंथन शुरू हो गया था। इसी कड़ी में सरकार ने अब कई सालों बाद राजपथ को कर्तव्य पथ नाम देने का ऐलान कर दिया है। नेताजी स्टैर्यू से लेकर राष्ट्रपति भवन तक जो पूरी रोड जाती है, उसे अब कर्तव्य पथ कहा जाएगा।
रेसकोर्स रोड बना लोक कल्याण मार्ग
2016 में लोक कल्याण मार्ग पर रेस कोर्स रोड का नाम बदलने के साथ औपनिवेशिक अतीत से मुक्ति की कहानी शुरू हुई थी। जहां प्रधान मंत्री का आधिकारिक निवास स्थित है। ब्रिटिश युग के रेस कोर्स रोड का नाम दिल्ली रेस कोर्स के नाम पर रखा गया था, जो दिल्ली रेस क्लब का हिस्सा था। भाजपा सांसद मीनाक्षी लेखी द्वारा नई दिल्ली नगर निगम को पत्र लिखे जाने के बाद सड़क का नाम बदला गया था। उन्होंने कहा था कि जिस सड़क पर देश के प्रधानमंत्री रहते हैं उसे बदलकर "भारतीय संस्कृति से मेल खाता हुआ होना चाहिए। कुछ दिनों बाद प्रधानमंत्री आधिकारिक निवास का पता 7, रेसकोर्स रोड से बदलकर 7, लोक कल्याण मार्ग हो गया।
किंग जॉर्ज पंचम की जगह नेताजी ने ले ली
इस साल 23 जनवरी को नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125 वीं जयंती के अवसर पर पीएम मोदी ने नई दिल्ली में इंडिया गेट पर स्वतंत्रता सेनानी नेताजी सुभाष चंद्र बोस की होलोग्राम प्रतिमा का अनावरण किया। 28 फीट लंबी होलोग्राम प्रतिमा एक छत्र के नीचे स्थापित की गई थी।
'अबाइड विथ मी' से छुटकारा
हर साल गणतंत्र दिवस और बीटिंग रिट्रीट परेड में बाइबल से लिया गया गीत 'अबाइड विथ मी' बजाया जाता था, जिसे महात्मा गांधी का पसंदीदा गीत कहा जाता है। लेकिन साल 2020 से इसका स्थान भारत के राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम ने ले लिया।
अंडमान और निकोबार द्वीप समूह का नाम बदला गया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को अंडमान-निकोबार द्वीप समूह के तीन द्वीपों को नया नाम दिया। अपने कार्यकाल में पहली बार यहां पहुंचे मोदी ने नेताजी सुभाषचंद्र बोस के यहां तिरंगा फहराने की 75वीं सालगिरह पर रोस आइलैंड का नामकरण उनके नाम पर करने की घोषणा की। अब इसे नेताजी सुभाषचंद्र बोस द्वीप के नाम से जाना जाएगा। इसके अलावा नील आइलैंड को शहीद द्वीप और हेवलॉक आइलैंड को स्वराज द्वीप के नाम से पहचाना जाएगा।
नौसेना के नए ध्वज का अनावरण
भारतीय नौसेना को अपने पहले स्वदेशी एयरक्राफ्ट कैरियर विक्रांत के साथ ही नया निशान मिला। प्रधानमंत्री निशान नरेंद्र मोदी ने 2 सितंबर को नौसेना के नए निशान का अनावरण किया। नए नौसैनिक ध्वज से क्रॉस हो हटा दिया गया। भारतीय नौसेना को आज नया एन्साइन (निशान) दिया गया है, जो कि छत्रपति शिवाजी महाराज की मुहर से लिया गया है। नए फ्लैग में नीचे संस्कृत भाषा में 'शं नो वरुणः' लिखा है। इसका अर्थ है 'हमारे लिए वरुण शुभ हों'।