By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Jan 14, 2021
नयी दिल्ली। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने बृहस्पतिवार को कहा कि स्वास्थ्य क्षेत्र में आत्मनिर्भरता के लिए सरकार द्वारा उठाए गए कदमों की वजह से व्यापक रोजगार उत्पन्न होगा। ‘स्वराज्य’ पत्रिका द्वारा वेदांता लिमिटेड के सहयोग से आयोजित ‘इंडिया एज हेल्थ हब’ नामक कार्यक्रम में एक सत्र को संबोधित करते हुए हर्षवर्धन ने कहा कि स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए 60,000 करोड़ रुपये का ‘आत्मनिर्भर भारत’ पैकेज स्वास्थ्य देखभाल सेवाओं में मजबूती लाएगा। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे यह उल्लेख करते हुए खुशी हो रही है कि स्वास्थ्य क्षेत्र में आत्मनिर्भरता के लिए हमने जो कदम उठाए हैं, उनके परिणामस्वरूप व्यापक रोजगार उत्पन्न होगा।’’
हर्षवर्धन ने कहा कि पैकेज से भविष्य में स्वास्थ्य संबंधी किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए अग्रिम पंक्ति का स्वास्थ्य कार्यबल स्थापित करने में भी मदद मिलेगी। उन्होंने कहा, ‘‘600 से अधिक जिलों में गहन देखभाल अस्पताल ब्लॉक का विकास इस तरह के जिलों को अन्य सेवाओं में बाधा के बिना संक्रामक रोगों के उपचार के लिए समग्र उपचार उपलब्ध कराने में सक्षम बनाएगा।’’ स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, ‘‘भारत केवल तभी प्रगति कर सकता है जब प्रत्येक नागरिक प्रगति करे और प्रत्येक नागरिक की प्रगति के लिए हमें आत्मनिर्भर होने की जरूरत है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘आत्मनिर्भर भारत का मतलब विदेशी सामान का बहिष्कार करना नहीं, बल्कि ‘वसुधैव कुटुंबकम’ की अवधारणा में विश्वास करना है। इसका मतलब दूसरे देशों पर भारत की निर्भरता खत्म करना तथा विकास और प्रगति की ओर बढ़ना है।’’ कोविड-19 महामारी के दौरान आत्मनिर्भरता के लिए उठाए गए कदमों के बारे में उन्होंने कहा कि भारत ने लॉकडाउन के समय का इस्तेमाल स्वास्थ्य अवसरंचना को मजबूत करने, स्वास्थ्यकमर्मियों के क्षमता निर्माण तथा देश में आवश्यक वस्तुओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए किया। उन्होंने कहा कि आज हम स्वदेशी पीपीई किट, मास्क इत्यादि के निर्माण में स्व-सक्षम हैं।