आज की दुनिया पूरी तरह से डिजिटल हो चुकी है, केवल एक हिस्सा नहीं बल्कि संपूर्ण डिजिटल हिस्सा आजकल पासवर्ड पर डिपेंडेंट हो गया है। आप चाहे अपना ईमेल लॉग इन करें, चाहे अपना कोई सोशल मीडिया अकाउंट लॉगिन करें, यहां तक कि आपका फोन और दूसरे एप्लीकेशंस तक पासवर्ड पर डिपेंडेंट हो गए हैं। ऐसे में सभी के सामने बड़ा प्रश्न होता है, कि क्या वास्तव में तमाम साइबर क्रिमिनल आपके पासवर्ड को भेद सकते हैं ? आपके पासवर्ड को जान सकते हैं ? तो इसका जवाब हां में है।
अगर आप कमजोर पासवर्ड रखते हैं, तो निश्चित रूप से यह भेदा जा सकता है। ऐसे कई लोग अपना नाम रखकर 123 रख देते हैं, जैसे राहुल 123। इसी प्रकार से कई लोग अपनी डेट ऑफ बर्थ को लगा लेते हैं, तो इस तरह के सिंपल पासवर्ड ट्रैक करने में साइबर टीम में को जरा भी दिक्कत नहीं होती है।
ऐसे में अगर आप अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स यहां तक कि बैंकिंग और दूसरी डिटेल्स को सिक्योर रखना चाहते हैं तो आपको अपना पासवर्ड बेहद सुरक्षित रखना होगा। यह जान लीजिए कि स्ट्रांग पासवर्ड आसानी से पता नहीं लगाया जा सकते और अपेक्षाकृत यह थोड़ा लंबे होते हैं और क्रैक नहीं किए जा सकने वाले होते हैं।
इतना ही नहीं इसमें अपर केस लोअर केस और नंबर के साथ साथ स्पेशल कैरक्टर्स भी शामिल रहते हैं, ऐसे में जब यह सब मिलाकर आप स्ट्रांग और यूनिक पासवर्ड बनाते हैं तो यह किसी के द्वारा भी भेदा जाना मुश्किल होता है।
एक और बड़ी गलती जो लोग करते हैं कि पासवर्ड तो वह स्ट्रांग जरूर बना लेते हैं, लोग लेकिन उसे कहीं नोट कर के रख देते हैं, जैसे कि अपने ईमेल में ही ड्राफ्ट में उन्होंने नोट कर के रख दिया है। ऐसे में अगर किसी कारण बस आपका इमेल हैक होता है तो वह सारा पासवर्ड किसी भी हैकर के हाथ लग सकता है।
ऐसे में अगर आप याद रखने के लिए भी अपना पासवर्ड अपने जीमेल में या किसी दूसरी जगह पर स्टोर रखते हैं तो उसमें समस्त पासवर्ड नोट करके ना रखें बल्कि आप उसे कोडवर्ड में लिखे जैसे कि पहला दो अक्षर लिख लिया लास्ट का दो अक्षर लिख दिया और बीच का... कर दिया। ऐसी स्थिति में क्या होता है कि आपके पासवर्ड को अगर कोई देख भी ले तो वह आसानी से गेस नहीं कर पाएगा।
इसके अलावा ऑनलाइन भी कई सारे पासवर्ड जेनरेटर होते हैं जो स्ट्रांग पासवर्ड जनरेट करके देते हैं, लेकिन ध्यान दीजिए उन पासवर्ड को जनरेट करने के बाद भी आप एक दो लेटर एक दो अक्षर अवश्य चेंज कीजिए ऐसी स्थिति में आप अपने पासवर्ड को स्ट्रांग रख सकते हैं।
सबसे जरूरी बात यह है कि आपको अपने पासवर्ड का हिस्सा आसान चीजों को नहीं बनाना चाहिए। जैसे कि आप की डेट ऑफ बर्थ, आपका नाम, आपके किसी रिलेटिव जैसे पिता या माता का नाम, आपके स्कूल या आपके कंपनी का नाम। इस तरीके के पासवर्ड आसानी से गेस करके क्रैक किए जा सकते हैं।
पासवर्ड के संदर्भ में एक और जो याद रखने वाली जरूरी बात है, वह यह है कि सभी अकाउंट के पासवर्ड आप एक ही ना रखें बल्कि अपनी ईमेल के पासवर्ड, सोशल मीडिया अकाउंट के पासवर्ड, बैंकिंग पासवर्ड इन सभी को आप अलग अलग रखें।
ऐसी अवस्था में क्या होता है कि अगर आपका एक पासवर्ड लीक हो भी गया तो बाकी अकाउंट से आपके सिक्योर रहते हैं। हालांकि आज के समय में पासवर्ड के ऊपर अकेले भरोसा करने की बजाय आपको टू फैक्टर ऑथेंटिकेशन भी ऑन कर लेना चाहिए।
अर्थात पासवर्ड डालने के बाद आपके मोबाइल पर ओटीपी आता है, आपके अकाउंट में लॉग इन करने के लिए आपके मोबाइल पर आया ओटीपी डालना जरूरी हो गया है। तमाम तरह के अकाउंट में टू फैक्टर ऑथेंटिकेशन मैंडेटरी कर दिया गया है।
हां उसे ऑन करना आपका काम है और अलग-अलग अकाउंट के लिए टू फैक्टर ऑथेंटिकेशन ऑन करने की मेथड निश्चित रूप से अलग-अलग है, लेकिन यह इतना कठिन भी नहीं है! अगर आप इंटरनेट पर सर्च करेंगे तो आपको यह निश्चित रूप से मिल जाएगा।
- विंध्यवासिनी सिंह