लखनऊ। उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार ने अधिकारियों को चेताया है कि सुबह नौ बजे से शाम छह बजे तक उन्हें कार्यालय में हर हाल में उपस्थित रहना होगा और स्वयं मुख्यमंत्री इस दौरान उनके आफिस में लैंडलाइन पर फोन कर सकते हैं। प्रदेश सरकार के ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने आज कहा, ‘‘उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री यह सुनिश्चित करने की पूरी कोशिश कर रहे हैं कि अधिकारी कामकाज और कानून-व्घ्यवस्था दुरुस्त करने के लिहाज से दफ्तर में पूरा समय दें। मुख्यमंत्री सुबह नौ बजे से शाम छह बजे के बीच किसी भी वक्त किसी भी अधिकारी को उनके ऑफिस के लैंडलाइन में भी फोन कर सकते हैं।’’
शर्मा ने कहा, ‘‘यदि अधिकारी इस दौरान अपने ऑफिस में नहीं मिले तो उनको बाहर या फील्ड में जाने के बारे में वाजिब कारण बताना होगा, अन्यथा उनको दंडित किया जा सकता है।’’ उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी गांवों में शाम सात से सुबह सात बजे तक बिजली देने का निर्देश दिया गया है। ओलावृष्टि और आंधी आने पर यदि बिजली के तार टूटे तो उनको दुरुस्त करना प्राथमिकता होनी चाहिए। उन्होंने यहां संवाददाताओं को बताया कि सभी नगर आयुक्तों और जिलाधिकारियों को शहरों के साथ-साथ विशेष रूप से गांवों में स्वच्छता अभियान पर विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया गया है।
मंत्री ने कहा कि पानी बचाना हमारी सरकार की प्राथमिकता है। इसके अलावा महानगरों को प्लास्टिक के उपयोग से मुक्त करें। आने वाले समय में बारिश होगी, ऐसे में जलभराव न हो, यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए। सबसे ज्यादा चूंकि प्लास्टिक की वजह से रूकावट होती है इसलिए प्लास्टिक के लिए एक अभियान चलाना चाहिए। शर्मा ने अगले सौ दिन के लिए योगी सरकार की योजनाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि सौ दिन पूरे होने पर प्रदेश सरकार जनता के समक्ष अपना रिपोर्ट कार्ड पेश करेगी। सभी विभागों का प्रस्तुतिकरण पूरा हो चुका है। सभी योजनाओं और कार्यक्रमों पर चर्चा की गयी है।