By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Apr 10, 2017
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ भाजपा के चुनावी वादे के अनुरूप राज्य सरकार ने सूबे में 25 नये मेडिकल कॉलेज तथा छह अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थानों (एम्स) की स्थापना की दिशा में काम शुरू कर दिया है। प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा अधिकारी आशुतोष टण्डन ने बताया ‘‘हमने विधानसभा चुनाव के दौरान प्रदेश में 25 मेडिकल कॉलेज और छह एम्स खोलने का वादा किया था। हमने इस दिशा में काम शुरू कर दिया है। इन चिकित्सा संस्थानों की स्थापना के लिये जमीनों का चयन होने के बाद हम मुख्यमंत्री के माध्यम से केन्द्र सरकार को प्रस्ताव भेजेंगे।’’ उन्होंने कहा कि प्रदेश की आबादी को देखते हुए एम्स और मेडिकल कॉलेज खोलना समय की मांग है। लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं दिलाने के लिये अगले पांच वर्षों में इन्हें खोला जाएगा।
प्रदेश के इंजीनियरिंग कॉलेजों की स्थिति और उनमें दी जा रही शिक्षा की खराब गुणवत्ता के बारे में पूछे जाने पर टण्डन ने कहा ‘‘सभी संस्थानों में शिक्षण की गुणवत्ता में सुधार करना हमारी प्राथमिकता है। इसके लिये हम शिक्षकों के खाली पद भरने पर ध्यान केन्द्रित कर रहे हैं।’’ उन्होंने कहा ‘‘मैंने नया सत्र शुरू होने से पहले शिक्षकों के 500 रिक्त पद भरने के निर्देश दिये हैं।’’ प्रदेश के विभिन्न संस्थानों से पढ़कर निकलने वाले छात्रों को रोजगार ना मिलने की समस्या के बारे में टण्डन ने कहा कि जब शिक्षण की गुणवत्ता सुधरेगी तो उनके छात्रों को बाजार में रोजगार भी मिल जाएगा।
मंत्री टण्डन ने कहा ‘‘राज्य सरकार रोजगार मेले आयोजित करने की भी योजना बना रही है। ये मेले अगले तीन महीनों में शुरू होंगे, ताकि इंजीनियरिंग और प्रबन्धन के छात्रों को नौकरी मिल सके।’’ मालूम हो कि प्रदेश में 13 सरकारी तथा 600 निजी इंजीनियरिंग कॉलेज हैं। टण्डन ने कहा कि राज्य के सभी कालेजों में मुफ्त वाई-फाई की सुविधा होगी और सरकार छात्रों को ताजा घटनाक्रमों की जानकारी से लैस रखने के लिये ई-लाइब्रेरी भी शुरू करने जा रही है। अपने विभाग द्वारा निकट भविष्य में किये जाने वाले अन्य कार्यो एवं लक्ष्यों के बारे में उन्होंने बताया कि पॉलीटेक्निक संस्थानों के ढांचे को और मजबूत किया जाएगा और उनके छात्रों को हॉस्टल की सुविधा दी जाएगी।