By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Dec 30, 2019
चेन्नई। रंगोली बनाकर संशोधित नागरिकता कानून के प्रति विरोध जाहिर करने वाले प्रदर्शनकारियों के साथ एकजुटता दिखाने के लिए यहां द्रमुक अध्यक्ष एम के स्टालिन के घर के प्रवेश पर एक पारंपरिक रंगोली बनाई गई, जिसमें लिखा था कि विवादित कानून नहीं चाहिए। तमिल में ‘कोलम’ कही जाने वाले रंगोली में लिखा गया, “वेंडम सीएए-एनआरसी (नहीं चाहिए सीएए-एनआरसी)।”
इसे भी पढ़ें: पेरियार के खिलाफ भाजपा के ट्वीट पर राजनीतिक दलों ने नाराजगी जताई
इसी तरह की रंगोली द्रमुक के दिवंगत प्रमुख करुणानिधि के घर के बाहर भी बनाई गई। रंगोली बनाकर सीएए का विरोध करने के लिए रविवार को यहां पांच महिलाओं समेत आठ लोगों को कुछ समय के लिए हिरासत में ले लिया गया था। इस समूह ने दक्षिण चेन्नई के बसंत नगर इलाके में प्रदर्शन किया था।
इसे भी पढ़ें: स्टालिन ने साधा मोदी सरकार पर निशाना, बोले- ‘निरंकुश’ है नागरिकता कानून
उन्होंने सीएए और राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) का विरोध जताने के लिए ‘कोलम’ का इस्तेमाल किया और “नहीं चाहिए एनआरसी, एनपीआर” के नारे लगाए, जिसके बाद पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया। स्टालिन ने पुलिस कार्रवाई की निंदा की और अन्नाद्रमुक सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि पुलिस ने असहमति जताने के लिए “संविधान के तहत मिले मूलभूत अधिकारों का भी प्रयोग नहीं करने दिया।”