By विजयेन्दर शर्मा | Dec 24, 2021
चंडीगढ़ । स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा कि राज्य सरकार ने आज एक महत्वपूर्ण फैसला लिया है जिसके तहत राज्य के किसी भी मेडिकल कॉलेज, प्राथमिक चिकित्सा केंद्र, सामुदायिक चिकित्सा केंद्र या किसी सरकारी अस्पताल में अनुबंध आधार पर अथवा आउटसोर्सिंग आधार पर कार्यरत या अपनी सेवाएं दे चुके स्टाफ नर्स को नियमित भर्ती के दौरान अधिकतम 8 अंक दिए जाएंगे, जिससे ऐसे सभी कर्मियों को नियमित भर्ती में लाभ मिलेगा।
विज ने कहा कि इस संबंध में हरियाणा सरकार ने अपनी मंजूरी प्रदान कर दी है जिसके तहत अब ऐसे सभी कर्मचारी, जिन्होंने न्यूनतम 6 महीने तक या 1 वर्ष से कम राज्य के किसी भी मेडिकल कॉलेज, प्राथमिक चिकित्सा केंद्र, सामुदायिक चिकित्सा केंद्र या किसी सरकारी अस्पताल में अनुबंध आधार पर अथवा आउटसोर्सिंग आधार पर कार्यरत या अपनी सेवाएं दी है, उन्हें नियमित भर्ती में आधा अंक मिलेगा।
उन्होंने बताया कि इसी प्रकार, जिनका अनुभव 1 साल से अधिक है, उसे 1 अंक, 2 साल अनुभव होने पर 2 अंक, 3 साल अनुभव होने पर 3 अंक, 4 साल अनुभव होने पर 4 अंक, 5 साल अनुभव होने पर 5 अंक, 6 साल अनुभव होने पर 6 अंक,
7 साल अनुभव होने पर 7 अंक, 8 साल या अधिक वर्ष का अनुभव होने पर अधिकतम 8 अंक मिलेंगे।
विज ने बताया कि राज्य के मेडिकल कॉलेज में लगभग 275 स्टाफ नर्स के पद रिक्त हैं और इन पदों को भरने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है और ये भर्तियां पंडित भगवत दयाल शर्मा स्वास्थ्य आयुर्विज्ञान विश्विद्यालय, रोहतक द्वारा भरी जाएंगी।
उन्होंने कहा कि संभावित कोरोना की तीसरी लहर को देखते हुए अब इन भर्तियों को जल्द ही भरा जाएगा और अब हमें संभावित कोरोना की लहर से निपटने के लिए के अनुभवी और पहले से कार्यरत कर्मियों के मिलने की संभावना भी बढ़ जाएगी जिससे स्वास्थ्य व्यवस्थाएं सुदृढ़ होंगी।
स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा कि राज्य में सभी कोरोना टीकाकरण सुविधाएं अवकाश के दिन भी खुली रहेंगी। उन्होंने कहा कि 23 दिसंबर को 2.61 लाख लोगों ने टीकाकरण कराया। यह प्रतिदिन लगभग 1.5 लाख के औसत टीकाकरण से एक लाख अधिक है।