By अनुराग गुप्ता | Apr 08, 2022
मुंबई। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) प्रमुख शरद पवार के आवास के बाहर शुक्रवार को महाराष्ट्र राज्य सड़क परिवहन निगम (एमएसआरटीसी) कर्मचारियों ने विरोध प्रदर्शन किया और एनसीपी प्रमुख के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। रिपोर्ट्स के मुताबिक, प्रदर्शनकारियों ने शरद पवार के आवास पर जूते-चप्पल भी फेंके। इस संबंध में शरद पवार का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि एमएसआरटीसी कर्मचारियों को गुमराह किया जा रहा है।
एनसीपी प्रमुख ने कहा कि कर्मचारियों को गुमराह किया जा रहा है। एसटी कर्मचारी और हमारा बहुत पुराना रिश्ता है, पिछले 40-50 सालों में मैंने उनके साथ कोई सत्र नहीं छोड़ा है। इस बार विरोध को गलत रास्ता दिखाया गया और उसका परिणाम आज की घटना है।
ठाकरे ने पवार से की बात
एमएसआरटीसी कर्मचारियों के विरोध प्रदर्शन की सूचना मिलने के तत्काल बाद मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने एनसीपी प्रमुख से फोन पर बात की और उनका हाल चाल जाना। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, गृह मंत्री दिलीप वालसे पाटिल ने बताया कि मैंने मुंबई के सीपी संजय पांडे और संयुक्त आयुक्त कानून व्यवस्था विश्वास नांगरे पाटिल को जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।
इसके साथ ही दिलीप वालसे पाटिल ने बताया कि एमएसआरटीसी कर्मचारियों को गुमराह किया गया है और यह विरोध किसी और का है।
आपको बता दें कि मुंबई पुलिस ने शरद पवार के आवास के बाहर विरोध प्रदर्शन करने वाले सभी 105 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार किए गए प्रदर्शनकारियों के खिलाफ आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।
गौरतलब है कि दक्षिण मुंबई में स्थित शरद पवार के आवास 'सिल्वर ओक' पर 100 से ज्यादा प्रदर्शनकारी पहुंचे जिसकी पुलिस को भी भनक नहीं थी। जिसके बाद मौके पर अतिरिक्त पुलिस बल भेजा गया। इस दौरान एनसीपी प्रमुख के आवास के बाहर हंगामा होता रहा। प्रदर्शनकारियों ने बताया कि वे राज्य सरकार के साथ निगम के विलय की अपनी मांग पर कायम हैं। एमएसआरटीसी के हजारों कर्मचारी खुद को राज्य सरकार के कर्मचारियों का दर्जा देने और निगम के विलय की मांग को लेकर नवंबर 2021 से हड़ताल पर हैं।