By Kusum | Dec 19, 2024
साल 2024 अपने आखिरी पड़ाव पर है और नया साल शुरू होने में अब बस कुछ ही दिन शेष हैं। ये साल भारतीय खेल जगत के लिए खास रहा, जहां भारत ने कई उपलब्धियां अपने नाम की तो विश्व स्तर पर कई विवाद भी देखने को मिले। इस साल पेरिस ओलंपिक से लेकर टी20 वर्ल्ड कप 2024 तक कुछ वैश्विक प्रतियोगिताओं का आयोजन हुआ।
ओलंपिक में भारत ने कुल 6 पदक जीते तो भारतीय पुरुष टीम ने टी20 वर्ल्ड कप का खिताब अपने नाम किया। शतरंज में हाल ही में डी गुकेश ने इतिहास रच दिया। दरअसल, 18 वर्षीय गुकेश ने सबसे कम उम्र के विश्व चैंपियन बने। इस साल भारतीय खेल जगत में कुछ विवाद भी देखने को मिले।
विनेश फोगाट पदक से चूंकी
भारतीय स्टार पहलवान विनेश फोगाट पेरिस ओलंपिक के फाइनल मुकाबले से पहले अयोग्य घोषित हुईं। मुकाबले की सुबह उनका वजन 50 किग्रा की तय सीमा से लगभग 100 ग्राम ज्यादा था। कुश्ती की वैश्विक संस्था UWW के नियमों के मुताबिक, आयोग्य पहलावन को प्रतियोगिता में अंतिम स्थान पर माना जाता है।
विनेश फोगाट ने कोर्ट ऑफ ऑर्बिट्रेशन ऑफ स्पोर्ट्स के सामने खुद को सिल्वर मेडल देने की अपील की लेकिन CAS ने उनकी अपील को अस्वीकार्य किया।
बड़े विवाद में फंसी अंतिम पंघाल
पेरिस ओलंपिक भारत के लिए कुछ खास नहीं रहा। जहां खिलाड़ी मेडल लाने में असफल रहे वहीं खिलाड़ियों के नाम विवाद भी रहे। फोगाट के बाद एक अन्य भारतीय महिला पहलवान अंतिम पंघाल बड़े विवाद में फंस गई थी। दरअसल, अंतिम पर आरोप लगा कि उन्होंने गलत तरीके से अपनी बहन को खेलगांव में भेजा था।
सिक्योरिटी अधिकारियों ने अंतिम की बहन निशा पंघाल का कैंपस में एक्रेडिटेशन कार्ड का इस्तेमाल करते हुए पकड़ा था। भारतीय पहलवान ने अपनी सफाई में कहा था कि वह कुछ सामान खेलगांव में भूल गई थीं, जिसके लिए उन्होंने अपना एक्रिडिटेशन कार्ड बहन को दिया था।
भारतीय फुटबॉल टीम के साथ हुई बेईमानी
जून 2024 में फीफा वर्ल्ड कप क्वालीफायर में भारतीय फुटबॉल टीम को कतर के खिलाफ 1-2 से हार मिली थी। दोहा में हुए मैच के 73वें मिनट में कतर से यूसुफ अयमन ने विवादस्पद गोल किया। क्योंकि फुटबॉल के आउट ऑफ प्ले होने के बावजूद कतर के खिलाड़ियों ने उसे गोल पोस्ट में पहुंचाया था। इस हार से भारतीय टीम क्वालीफायर में तीसरे दौर के लिए क्वालीफाई नहीं कर पाई थी।
बजरंग पूनिया पर लगा प्रतिबंध
टोक्यो ओलंपिक में ब्रॉन्ज मेडलिस्ट बजरंग पूनिया को नेशनल एंटी डोपिंग एजेंसी ने 4 साल के लिए निलंबित कर दिया था। बजरंग ने मार्च में आयोजित हुए राष्ट्रीय ट्रायल्स के दौरान अपना डोप सैम्पल नहीं भेजा था। इसी कारण उन पर ये बड़ी कार्रवाई की गई थी। ऐसे में अब बजरंग न तो किसी टूर्नामेंट या ट्रायल में भाग ले पाएंगे और न ही विदेशों में किसी को कोचिंग दे पाएंगे।
ट्रैविस हेड के साथ बहस के बाद सिराज पर जुर्माना
वहीं बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के तहत खेले गए पिंक बॉल टेस्ट के दौरान टीम इंडिया के गेंदबाज मोहम्मद सिराज पर भारी भरकम जुर्माना लगा। दरअसल, एडिलेट टेस्ट के दौरान ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी के 82वें ओवर में सिराज और ट्रेविस हेड के बीच बहस हुई। इसके बाद भारतीय गेंदबाज ने आक्रामक अंदाज में खुशी मनाते हुए हेड को पवेलियन की और जाने का इशारा किया। ऐसे में दोनों के बीच माहौल गरमा गया था। आखिर में सिराज पर मैच फीस का 20 प्रतिशत जुर्माना लगाया गया।