लखनऊ। लखनऊ में यूपी विधानमंडल का सत्र शुरू होने से पहले समाजवादी पार्टी के विधान सभा और विधान परिषद सदस्यों ने विधानसभा में एकजुट होकर चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा के पास प्रदर्शन किया। उन्होंने नारेबाजी करते हुए सरकार को घेरा। फसलों की एमएसपी का वादा अधूरा, बेरोजगारी से युवा बर्बाद, पेपर लीक से नौजवान में बेहाल, पुलिस अत्याचार व अन्य मुद्दों पर नारे लिखी तख्तियां हाथों में लेकर जमकर नारेबाजी की। इसके बाद जब सत्र की शुरुआत हुई तो जैसा कि पहला दिन हंगामेदार होने की उम्मीद थी। वैसा ही हुआ। सपा नेताओं ने नारेबाजी करते हुए हंगामा शुरू कर दिया। विधानसभा अध्यक्ष उन्हें समझाते रहे। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि तीन साल के उनके कार्यकाल में पहली बार सदन को स्थगित करना पड़ा है। समाजवादी पार्टी के सदस्य वेल में धरने पर बैठ गए थे। अध्यक्ष के बार-बार कहने के बाद भी जब विपक्ष ने हंगामा शांत नहीं किया, तो सदन की कार्यवाही 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
विधानमंडल अध्यक्ष ने कड़े शब्दों में कहा कि आप लोगों के पास पूछने के लिए सवाल नहीं हैं, इसलिए आप लोग हंगामा कर रहे है। आप जो चाहें हम हर मुद्दा सुनने के लिए तैयार हैं। सदन में अध्यक्ष नेता प्रतिपक्ष सहित अन्य सदस्यों से सवाल पूछने के कहते रहे। लेकिन, विपक्ष नारेबाजी और हंगामा करता रहा। इससे पहले सीएम की अध्यक्षता में लोक भवन में विधानमंडल दल की बैठक हुई। इसमें सत्र के दौरान विपक्षी हमले से निपटने की रणनीति पर चर्चा हुई। इस मौके पर दोनों डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक भी मौजूद रहे। बैठक में सभी मंत्रियों और विधायकों को इसके लिए पूरी तैयारी के साथ सदन में आने के निर्देश दिए गए।
सीएम ने कहा कि विपक्ष की ओर से उठाए गए हर मुद्दों का तथ्यों के साथ जवाब देने की तैयारी करके सदन में आएं। इससे पहले सीएम की अध्यक्षता में लोक भवन में विधानमंडल दल की बैठक हुई। इसमें सत्र के दौरान विपक्षी हमले से निपटने की रणनीति पर चर्चा हुई। इस मौके पर दोनों डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक भी मौजूद रहे। बैठक में सभी मंत्रियों और विधायकों को इसके लिए पूरी तैयारी के साथ सदन में आने के निर्देश दिए गए। सीएम ने कहा कि विपक्ष की ओर से उठाए गए हर मुद्दों का तथ्यों के साथ जवाब देने की तैयारी करके सदन में आएं।