By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Mar 30, 2017
सोल। दक्षिण कोरिया की पदच्युत राष्ट्रपति पार्क ग्युन-हे आज सुनवाई के लिए अदालत पहुंचीं। इस सुनवाई के जरिए यह तय किया जाएगा कि पार्क को भ्रष्टाचार और सत्ता के दुरूपयोग के मामले में गिरफ्तार किया जाना चाहिए या नहीं? यह वही मामला है, जिसके चलते पार्क को पद से हटाया गया। बेहद उदास और पीले पड़े चेहरे के साथ सोल की केंद्रीय जिला अदालत में आईं पार्क ने वहां मौजूद कैमरों को नजरअंदाज किया और कुछ भी बोलने से परहेज किया। उन्हें औपचारिक रूप से पकड़ कर हिरासत में भेजा जाना दक्षिण कोरिया की पहली महिला राष्ट्रपति के अपमान की दिशा में एक बड़ा कदम होगा।
वर्ष 2012 में जब पार्क को चुना गया था, तब उन्हें मिले वोटों की संख्या देश के लोकतांत्रिक दौर में किसी भी उम्मीदवार को मिले वोटों की तुलना में सबसे ज्यादा थी। इस माह की शुरूआत में देश की शीर्ष अदालत ने पार्क को मिली शासकीय छूट को खत्म करते हुए उन्हें इस पद से हटाए जाने की मंजूरी दी थी। पार्क के खिलाफ विरोध प्रदर्शन में सड़कों पर उतरे लाखों लोग उनके खिलाफ अभियोग चलाने की मांग करते रहे हैं। पार्क पर रिश्वतखोरी, सरकारी सूचना लीक करने और घोटाले में सत्ता के दुरूपयोग समेत कई आरोप हैं। हालांकि पार्क ने इन सभी आरोपों को खारिज किया है। पार्क की करीबी चोई सून-सिल इस घोटाले के केंद्र में है और पहले ही मुकदमे का सामना कर रही है। उस पर आरोप है कि उसने सैमसंग समेत कई शीर्ष स्थानीय कंपनियों को गैर-मुनाफा प्राप्त संस्थाओं को लगभग सात करोड़ डॉलर का चंदा देने के लिए विवश किया था। इन संस्थाओं का इस्तेमाल वह कथित तौर पर निजी लाभ के लिए करती थी।