By रेनू तिवारी | Aug 24, 2023
नयी दिल्ली। कांग्रेस की वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी ने गुरुवार को भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के प्रमुख एस सोमनाथ को पत्र लिखकर चंद्रयान 3 की चंद्रमा पर सफल लैंडिंग के लिए बधाई दी और इस ऐतिहासिक उपलब्धि को "शानदार उपलब्धि" बताया। बुधवार शाम 6.04 बजे, भारत ने चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर चंद्रयान -3 अंतरिक्ष यान उतारने वाला पहला देश बनकर इतिहास रचा, और चंद्रमा की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग करने वाला चौथा देश बन गया। भारत से पहले, सोवियत संघ, संयुक्त राज्य अमेरिका और चीन ही तीन देश थे जिन्होंने चंद्रमा पर सफलतापूर्वक सॉफ्ट लैंडिंग की थी।
सोनिया गांधी ने इसरो प्रमुख को पत्र लिखकर बधाई दी
कांग्रेस संसदीय दल की प्रमुख सोनिया गांधी ने बृहस्पतिवार को भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के प्रमुख एस सोमनाथ को पत्र लिखकर चंद्रमा की सतह पर चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग के लिए बधाई दी और कहा कि यह शानदार उपलब्धि सभी भारतवासियों के लिए गर्व का विषय है। इसरो ने बुधवार को अंतरिक्ष के क्षेत्र में एक नया इतिहास रचते हुए चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर लैंडर ‘विक्रम’ और रोवर ‘प्रज्ञान’ से लैस ‘एलएम’ की सफलतापूर्वक सॉफ्ट लैंडिग कराई। भारतीय समयानुसार शाम करीब छह बजकर चार मिनट पर इसने चांद की सतह को छुआ।
सोनिया गांधी ने सोमनाथ को लिखे पत्र में कहा, मैं आपको अवगत कराना चाहती हूं कि बीती शाम इसरो द्वारा हासिल की शानदार उपलब्धि से मैं बहुत प्रसन्न हुई। यह सभी भारतवासियों, खासकर युवाओं के लिए गर्व और उत्साह का विषय है। उन्होंने कहा, बीते कई दशकों से इसरो की शानदार क्षमताओं का निर्माण हुआ है। इसके पास हमेशा बेहतरीन नेतृत्वकर्ता रहे और सामूहिक प्रयास की भावना रही, जिसने इसे (इसरो) हमेशा आगे बढ़ाया। सोनिया गांधी के अनुसार, इसरो 1960 के दशक से आत्मनिर्भरता के आधार पर आगे बढ़ा जिसका इसकी सफलता में बड़ा योगदान रहा। उन्होंने कहा कि इस मौके पर वह इसरो के प्रत्येक सदस्य को बधाई देती हैं।
जैसे ही चंद्रयान 3 के लैंडर मॉड्यूल विक्रम ने चंद्रमा पर सुरक्षित और नरम लैंडिंग की, इसरो प्रमुख एस सोमनाथ ने कहा, "भारत चंद्रमा पर है"। इस बीच, दक्षिण अफ्रीका के जोहान्सबर्ग में ऐतिहासिक उपलब्धि देखने वाले पीएम मोदी ने कहा कि यह "भारत के अंतरिक्ष क्षेत्र के लिए एक ऐतिहासिक दिन" है।