By अनुराग गुप्ता | May 31, 2022
नयी दिल्ली। राज्यसभा उम्मीदवारों को लेकर कांग्रेस में घमासान मचा हुआ है। कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा से लेकर प्रमोद कृष्णम तक ने अपनी नाराजगी जाहिर की है। इस बार कांग्रेस ने कई दिग्गज नेताओं को राज्यसभा का टिकट नहीं दिया। ऐसे में पार्टी नेताओं के साथ-साथ कांग्रेस समर्थक भी खासे नाराज बताए जा रहे हैं। इसी बीच खबर सूत्रों के हवाले से खबर सामने आई कि कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्षा सोनिया गांधी ने गुलाम नबी आजाद से बात की है।
सूत्रों ने बताया कि कांग्रेस अध्यक्षा ने गुलाम नबी आजाद से फोन पर बातचीत की है। हालांकि दोनों दिग्गजों के बीच क्या बातचीत हुई है अभी यह सामने तो नहीं आया है लेकिन सूत्रों ने दोनों नेताओं के बीच बातचीत का दावा जरूर किया है। कांग्रेस ने इस बार गुलाम नबी आजाद, आनंद शर्मा, तारिक अनवर, सलमान खुर्शीद, राशिद अल्वी जैसे नेताओं को नजर अंदाज किया। जिसके बाद पार्टी में घमासान मचा हुआ है और सोनिया गांधी मान-मनौव्वल में जुटी हुई हैं।
आनंद शर्मा को भी नहीं बनाया उम्मीदवार
राज्यसभा में अपने वक्तव्यों से विरोधी खेमे को भी अपना मुरीद बनाने वाले आनंद शर्मा को भी कांग्रेस राज्यसभा नहीं भेज रही है। ऐसे में आनंद शर्मा के भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल होने के कयास लगाए जा रहे थे। जिस पर उन्होंने अपनी प्रतिक्रिया दी है। आनंद शर्मा ने कहा कि यह महज राजनीतिक अफवाह है।
क्या खत्म कर देनी चाहिए राज्यसभा ?
कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने कहा कि अब यह बुनियादी सवाल पूछने का समय आ गया है कि क्या देश को राज्यसभा की जरूरत है। मनीष तिवारी ने ट्वीट किया कि राज्यसभा जिस मकसद से बनी थी उसे पूरा करने में विफल रही है। उसका मकसद राज्यों के अधिकारों की पैरवी करना था। अब बुनियादी सवाल पूछने का समय आ गया है कि भारत को दूसरे संघीय सदन की जरूरत क्यों है ? क्या भारत इसके बिना चल सकता है ? क्या राज्यसभा खत्म कर देनी चाहिए ?
प्रमोद कृष्णम ने भी जताई नाराजगी
प्रमोद कृष्णम ने राज्यसभा उम्मीदवारों को लेकर अपनी नाराजगी जाहिर की। उन्होंने कहा कि पार्टी सांसद मनीष तिवारी समेत कई अन्य कांग्रेस नेताओं ने अपना असंतोष व्यक्त किया। लेकिन अब फैसला हो गया है... गुलाम नबी आजाद, तारिक अनवर, सलमान खुर्शीद, राशिद अल्वी जैसे नेता स्थापित और चर्चित हैं, उनका सम्मान किया जाना चाहिए था।